निर्भया की मां आशा देवी ने इंदिरा जयसिंह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि विश्वास नहीं हो सकता है कि इंदिरा जयसिंह ने इस तरह का सुझाव दिया है। उन्होंने यह सुझाव देने की हिम्मत भी कैसे की। मैं सुप्रीम कोर्ट में कई वर्षों में उनसे मिला, एक बार जब उन्होंने मेरी हाल-चाल के बारे में भी नहीं पूछा और आज वह दोषियों के लिए बोल रहे हैं। इसी तरह के लोग बलात्कारियों का समर्थन करके आजीविका कमाते हैं, इसलिए बलात्कार की घटनाएं बंद नहीं होती हैं।
बता दें कि निर्भया की मां को सलाह देते हुए अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह ने कहा कि सोनिया गांधी की तरह चारो दोषियों को माफ कर दें। उन्होंने कहा कि जिस तरह सोनिया ने अपने पति की हत्या करने वाले अपराधी को माफ कर एक आदर्श उदाहरण पेश किया, उसी तरह आप भी उदाहरण पेश करें। इसके बाद लोगों ने इंदिरा जयसिंह को सोशल मीडिया पर जवाब देते हुए कहा कि निर्भया की मां को सोनिया गांधी की तरह राजनीति नहीं करना है।
लोगों ने कहा जो इस तरह है।
इसके अलावा बता दें कि निर्भया मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दावे पर निर्भया की मां ने जवाब दिया है। केजरीवाल के दावे का पलटवार करते हुए निर्भया की मां ने कहा कि ये बिल्कुल गलत है कि उन्होंने समय पर काम किया, 7 साल हो गए घटना हुए, 2.5 साल हो गए सुप्रीम कोर्ट से फैसला आए, 18 महीने हो गए रिव्यू पेटिशन खारिज हुए, जो काम जेल को, सरकार को करना चाहिए था वो हमने किया।
बता दें कि दिल्ली कांग्रेस के चुनाव प्रचार समिति के प्रमुख कीर्ति आजाद की एक टिप्पणी से शुक्रवार को निर्भया की मां आशा देवी के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलें आरंभ हो गईं जिन्हें खुद आशा ने खारिज कर दिया।
आजाद ने एक पत्रकार के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा, ‘‘ऐ मां तुझे सलाम। आशा देवी जी आपका स्वागत है।’’ जिस ट्वीट को उन्होंने रिट्वीट किया था कि उसमें सूत्रों का हवाला देते हुए कहा गया था कि आशा देवी नयी दिल्ली विधानसभा सीट से केजरीवाल के खिलाफ कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ सकती हैं।
2012 की दिल्ली गैंगरेप पीड़िता की मां आशा देवी ने उन खबरों के आधार पर कहा कि कांग्रेस उन्हें दिल्ली के सीएम केजरीवाल के खिलाफ नई दिल्ली सीट पर मैदान में उतार सकती है। मुझे राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है। मैंने कांग्रेस में किसी से बात नहीं की है। मैं केवल अपनी बेटी के लिए न्याय और दोषियों को फांसी देना चाहता हूं।
इससे जुड़ी चर्चा शुरू होने के बाद आशा देवी ने कहा, ‘‘मेरी किसी से कोई बात नहीं हुई। पता नहीं कहां से ऐसी खबरें चलाई जा रही हैं।’’ यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस की तरफ से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव मिलने पर क्या वह तैयार होंगी तो उन्होंने कहा, ‘‘नहीं। मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं है।’’ दूसरी तरफ, कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि नयी दिल्ली सीट पर उम्मीदवार को लेकर फिलहाल कोई निर्णय नहीं हुआ है।