असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के विधायक वारिस पठान ने अपने दिए बयान '100 करोड़ पर 15 करोड़ भारी पड़ेंगे' पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि मेरे बयान को गलत और मोड़ दिया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर निशाना साधते हुए कहा 'मेरे बयान को गलत तरीके से मोड़ दिया जा रहा है। मैं माफी नहीं मांग रहा हूं। यह बीजेपी है जो भारतीयों को अलग करने की कोशिश कर रही है।'
बता दें कि शनिवार (15 फरवरी) को कर्नाटक के एक जनसभा को संबोधित करते हुए बिना हिंदू-मुस्लिम का नाम लिए कहा कि '100 करोड़ पर 15 करोड़ भारी पड़ेंगे।' उन्होंने कहा कि अगर आजादी दी नहीं जाती तो छीनना पड़ेगा। वारिस के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर छाया है, जिसके बाद सियासी बवाल मच गया है।
मुंबई के भायखला से AIMIM विधायक वारिस पठान ने कहा, 'ईंट का जवाब पत्थर से देना हमने सीख लिया है। मगर इकट्ठा होकर चलना होगा। अगर आजादी दी नहीं जाती तो हमें छीनना पड़ेगा। वे कहते हैं कि हमने औरतों को आगे रखा है...अभी तो केवल शेरनियां बाहर निकली हैं तो तुम्हारे पसीने छूट गए। तुम समझ सकते हो कि अगर हम सब एक साथ आ गए तो क्या होगा। 15 करोड़ हैं लेकिन 100 (करोड़ हिंदू) के ऊपर भारी हैं। ये याद रख लेना।'
बता दें कि यह कोई पहली बार नहीं जब वारिस अपने बयान के चलते सुर्ख़ियों में आए हैं। इससे पहले 5 फरवरी को उन्होंने कहा था कि उन्होंने मुंबई के नागपाड़ा इलाके में शाहीन बाग की तरह से विरोध प्रदर्शन आयोजित किया था। इस बयान के बाद सियासी गलियारों में काफी बवाल मचा था। वहीं, मुस्लिम मौलवियों ने भी वारिस पठान के इस बयान की काफी आलोचना की थी।
इससे पहले असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी ने 2013 में कहा था कि हम (मुसलमान) 25 करोड़ हैं और तुम (हिंदू) 100 करोड़ हो, 15 मिनट के लिए पुलिस हटा दो, देख लेंगे किसमें कितना दम है। अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'दुश्मन आज मजबूत हो रहा है कि क्योंकि हम बंटे हुए हैं। हमें न जीताओ कोई बात नहीं लेकिन हमें बीजेपी की जीत मंजूर नहीं है। यहां बीजेपी चुनाव न जीत पाए, इसको सुनिश्चित करना है।।। वे लोग मेरे खून के प्यासे हैं और उनके खिलाफ मुसलमान एक हो जाएं।'