सेना भर्ती घोटालाः कर्नल रैंक के 5 अफसर फंसे, सीबीआई ने दर्ज किया मामला, 13 शहरों में 30 जगह छापे
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 16, 2021 21:39 IST2021-03-16T21:38:41+5:302021-03-16T21:39:30+5:30
सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी ने बताया कि यह तलाशी अभियान कपूरथला, बठिंडा, दिल्ली, कैथल, पलवल, लखनऊ, बरेली, गोरखपुर, विशाखापट्टनम, जयपुर, गुवाहाटी, जोरहाट और चिरांग में चलाया गया.

अधिकारी अभ्यर्थियों की समीक्षा चिकित्सा परीक्षा को पास कराने के लिए सेवारत कर्मी रिश्वत लेने में शामिल हैं.
नई दिल्लीः सीबीआई ने सेवा चयन बोर्ड केंद्रों के जरिये सेना में अफसरों की भर्ती में भ्रष्टाचार को लेकर लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक के 5 अधिकारियों, 12 अन्य कर्मियों और छह असैन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
इसको लेकर दिल्ली के छावनी स्थित बेस अस्पताल समेत 13 शहरों के 30 स्थानों पर तलाशी ली गई. सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी ने बताया कि यह तलाशी अभियान कपूरथला, बठिंडा, दिल्ली, कैथल, पलवल, लखनऊ, बरेली, गोरखपुर, विशाखापट्टनम, जयपुर, गुवाहाटी, जोरहाट और चिरांग में चलाया गया.
सेना हवाई रक्षा कोर का लेफ्टिनेंट कर्नल एमसीएसएनए भगवान भर्ती गिरोह का मास्टरमाइंड है और उसके खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है. जोशी ने कहा, ''तलाशी में भर्ती प्रक्रिया से संबंधित कई अपराध-संकेती दस्तावेज बरामद किए गए, जिनकी आगे की तहकीकात के लिए जांच की जा रही है.''
ये है शिकायत सीबीआई ने ब्रिगेडियर (सतर्कता) वी.के. पुरोहित की शिकायत पर कार्रवाई की है. शिकायत में आरोप लगाया गया था कि 28 फरवरी 2021 को जानकारी मिली कि नई दिल्ली बेस अस्पताल में अस्थायी तौर पर खारिज किए गए अधिकारी अभ्यर्थियों की समीक्षा चिकित्सा परीक्षा को पास कराने के लिए सेवारत कर्मी रिश्वत लेने में शामिल हैं.
शिकायत में कहा गया है कि लेफ्टिनेंट कर्नल भगवान फिलहाल अध्ययन अवकाश पर हैं. नायब सूबेदार कुलदीप सिंह एसएसबी केंद्रों में संभावित अधिकारी अभ्यर्थियों से रिश्वत मांगने में शामिल हैं. चयन के लिए लाखों की रिश्वत सीबीआई ने कहा कि 31 एसएसबी केंद्र उत्तर के लेफ्टिनेंट कर्नल सुरेंद्र सिंह, 6 माउंटेन डिवीजन ऑर्डनेंस यूनिट के लेफ्टिनेंट कर्नल वाई.एस. चौहान, भर्ती महानिदेशालय के .कर्नल सुखदेव अरोड़ा, लेफ्टिनेंट कर्नल विनय, जीटीओ, चयन केंद्र दक्षिण, बेंगलुरु और मेजर भावेश कुमार ने अभ्यर्थियों के चयन में मदद की.
आरोप है कि अधिकारियों और उनके रिश्तेदारों को कई लाख रुपए की रिश्वत दी गई. लेफ्टिनेंट कर्नल सुरेंद्र सिंह और मेजर भावेश कुमार ने अपने रिश्तेदारों के माध्यम से 10-15 अभ्यर्थियों से रिश्वत की अघोषित राशि प्राप्त की थी. सीबीआई ने मेजर भावेश कुमार की पत्नी देवयानी, उनके पिता सुरेंद्र कुमार और मां उषा कुमावत को पैसे लेने के आरोप में प्राथमिकी में नामज़द आरोपी बनाया है.