उत्तराखंडः ऋषिकेश रिसॉर्ट की 19 वर्षीय रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी का शव श्रीनगर (उत्तराखंड) स्थित बेस अस्पताल में लाए जाने के बाद वहां बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने बद्रीनाथ-ऋषिकेश हाईवे ब्लॉक कर दिया और प्रशासन ट्रैफिक जाम खुलवाने की कोशिश कर रहा है।
उधर, अंकिता के परिजनों ने कहा है कि जब तक पोस्टमॉर्टम की अंतिम रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक उसका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। मालूम हो कि पोस्टमार्टम की पहली रिपोर्ट सामने आ चुकी है जिसमें लिखा था कि अंकिता की मौत डूबने से हुई।
ऋषिकेश के एम्स की ओर से जारी की गई मसौदा रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि मृतका अंकिता भंडारी के शव पर मौत से पहले के घाव के निशान पाए गए हैं। इससे संकेत मिलता है कि उसे किसी कुंद धार वाली वस्तु से मारा गया था। हालांकि, प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया है कि मौत डूबने के कारण हुई थी।
अंकिता का शव शनिवार को ऋषिकेश के पास चीला नहर से बरामद किया गया था। इससे छह दिन पहले वह लापता हुई थी। एम्स के चार डॉक्टरों के एक दल ने शनिवार को अंकिता के शव का पोस्टमॉर्टम किया था। मसौदा रिपोर्ट में कहा गया है कि अंतिम रिपोर्ट में घाव की प्रकृति और अन्य जानकारी दी जाएगी।
मैं पोस्टमॉर्टम की प्रारंभिक रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं हूंः अंकिता के पिता
अंकिता के पिता और भाई ने रविवार को कहा कि जब तक पोस्टमॉर्टम की अंतिम रिपोर्ट नहीं आएगी, तब तक वे उसका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी ने कहा, “मैं पोस्टमॉर्टम की प्रारंभिक रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं हूं। जब तक अंतिम विस्तृत रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक उसका अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।”
रिजॉर्ट की ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में सबूत मिटाने का प्रयास किया जा रहा हैः परिजन
अंकिता के भाई अजय सिंह भंडारी ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट में विस्तृत विवरण नहीं दिया गया है। अजय ने कहा कि अंकिता जिस रिजॉर्ट में काम करती थी, वहां की जा रही ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में सबूत मिटाने का प्रयास किया जा रहा है। अंकिता पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक में स्थित वानंतर रिजॉर्ट में काम करती थी, जिसके मालिक हरिद्वार के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य हैं। इस मामले में पुलकित और दो अन्य कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है।