मुंबईः मुसीबत में महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख, 14 दिन की न्यायिक हिरासत, जानें पूरा मामला
By सतीश कुमार सिंह | Updated: November 6, 2021 17:57 IST2021-11-06T16:21:23+5:302021-11-06T17:57:01+5:30
धन शोधन मामले में अरेस्ट महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत समाप्त होने पर विशेष अदालत ले जाने से पहले सरकारी अस्पताल में उनकी स्वास्थ्य जांच की गई।

विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किए जाने से पहले उन्हें नियमित चिकित्सा जांच के लिए सरकारी जे जे अस्पातल ले जाया गया था।
मुंबईः मुंबई की अदालत ने धन शोधन मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। विशेष PMLA अदालत ने आदेश दिया। उन्हें 1 नवंबर को मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था।
मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देशमुख की नौ दिन की और हिरासत का अनुरोध किया लेकिन अदालत ने जांच एजेंसी की याचिका को खारिज कर दिया और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया। ईडी ने सोमवार देर रात 12 घंटे की पूछताछ के बाद देशमुख को गिरफ्तार किया था। एक अदालत ने मंगलवार को उन्हें छह नवंबर तक एजेंसी की हिरासत में भेज दिया था।
Mumbai | Special PMLA court sends former home minister of Maharashtra Anil Deshmukh to 14-day Judicial custody. He was arrested on Nov 1 in a money laundering case. pic.twitter.com/1RYKGoXa6F
— ANI (@ANI) November 6, 2021
ईडी की हिरासत खत्म होने के बाद देशमुख को विशेष अदालत के सामने पेश किया गया। मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा भ्रष्टाचार का आरोप लगाए जाने के बाद केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने मामला दर्ज किया था। इसी आधार पर बाद में देशमुख और अन्य के खिलाफ धन शोधन का मामला दर्ज किया गया।
ईडी ने सीबीआई द्वारा 21 अप्रैल को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद देशमुख और उनके साथियों के विरुद्ध जांच शुरू की थी। सीबीआई ने देशमुख पर भ्रष्टाचार और आधिकारिक पद के दुरुपयोग के आरोपों में प्राथमिकी दर्ज की थी।
ईडी का आरोप है कि देशमुख ने राज्य का गृह मंत्री रहने के दौरान अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया और बर्खास्त किए गए पुलिस अधिकारी सचिन वाजे के जरिए मुंबई में विभिन्न बार और रेस्त्रां से 4.70 करोड़ रुपये से अधिक एकत्रित किए। ईडी ने मामले में दो अन्य व्यक्तियों संजीव पलांदे और कुंदन शिंदे को भी गिरफ्तार किया है। दोनों अभी न्यायिक हिरासत में हैं।
विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किए जाने से पहले उन्हें नियमित चिकित्सा जांच के लिए सरकारी जे जे अस्पातल ले जाया गया था। देशमुख और अन्य के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय का मामला सीबीआई द्वारा मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त के 100 करोड़ रुपये की रिश्वत के आरोप से संबंधित भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किए जाने के बाद आया है।
महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अनिल देशमुख के समर्थकों ने शुक्रवार को नागपुर जिले में स्थित उनके कटोल निर्वाचन क्षेत्र में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की गई उनकी गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन किया। राकांपा नेता के सहायक ने बताया कि कुल 17 स्थानों पर प्रदर्शन किया गया।
देशमुख को इस सप्ताह धन शोधन के एक मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने देशमुख की गिरफ्तारी की निंदा की। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि आईपीएस अधिकारी परमबीर सिंह ने अपने हलफनामे में कहा है कि उनके पास देशमुख के खिलाफ और कोई सबूत नहीं है, इसके बावजूद उनकी गिरफ्तारी की गई। सिंह ने ही देशमुख पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।