अमित शाह ने जासूसी के आरोपों को लेकर कांग्रेस, वैश्विक संगठनों पर साधा निशाना
By भाषा | Updated: July 19, 2021 22:15 IST2021-07-19T22:15:24+5:302021-07-19T22:15:24+5:30

अमित शाह ने जासूसी के आरोपों को लेकर कांग्रेस, वैश्विक संगठनों पर साधा निशाना
नयी दिल्ली, 19 जुलाई केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को विपक्षी कांग्रेस और अंतरराष्ट्रीय संगठनों पर उन आरोपों के लिए निशाना साधा कि सरकार नेताओं, पत्रकारों और अन्य लोगों के फोन की जासूसी करने में शामिल थी। शाह ने कहा कि ऐसी ‘‘अवरोधक’’ और ‘‘विघटनकारी’’ ताकतें अपनी साजिशों से भारत को विकास की पटरी से नहीं उतार पाएंगी।
शाह ने कड़े बयान में कहा, ‘‘इस तथाकथित रिपोर्ट के लीक होने का समय और फिर संसद में ये व्यवधान...आप क्रोनोलोजी समझिए।’’
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘यह भारत के विकास में विघ्न डालने वालों की भारत के विकास के अवरोधकों के लिए एक रिपोर्ट है। कुछ विघटनकारी वैश्विक संगठन हैं, जो भारत की प्रगति को पसंद नहीं करते हैं। ये अवरोधक भारत के वो राजनीतिक षड्यंत्रकारी हैं जो नहीं चाहते कि भारत प्रगति कर आत्मनिर्भर बने। भारत की जनता इस ‘क्रोनोलोजी’ और रिश्ते को बहुत अच्छे से समझती है।’’
गृह मंत्री ने कहा कि वह देश की जनता को आश्वस्त करना चाहते हैं कि मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की प्राथमिकता स्पष्ट है, वह है ‘राष्ट्रीय कल्याण’ और सरकार इसके लिए काम करती रहेगी चाहे कितनी भी बाधाएं आएं।
विपक्षी दलों ने इजराइली पेगासस स्पाईवेयर के जरिए कुछ नामी शख्सियतों के कथित फोन टैपिंग के लिए सरकार की आलोचना की और एक स्वतंत्र न्यायिक या संसदीय समिति से जांच कराने की मांग की।
एक अंतरराष्ट्रीय मीडिया संगठन ने खुलासा किया है कि केवल सरकारी एजेंसियों को ही बेचे जाने वाले इजराइल के खुफिया जासूसी साफ्टवेयर पेगासस के जरिए भारत के दो केंद्रीय मंत्रियों, 40 से अधिक पत्रकारों, विपक्ष के तीन नेताओं और एक मौजूदा न्यायाधीश सहित बड़ी संख्या में कारोबारियों और अधिकार कार्यकर्ताओं के 300 से अधिक मोबाइल नंबर हो सकता है कि हैक किए गए हों। यह रिपोर्ट रविवार को सामने आयी।
हालांकि, सरकार ने किसी भी व्यक्ति की निगरानी करने के आरोपों को खारिज कर दिया है। शाह ने कहा, ‘‘कुछ ऐसी देशविरोधी ताकतें हैं जो महिलाओं और समाज के पिछड़े व वंचित वर्ग को दिए गए सम्मान को पचा नहीं पा रही हैं। यह वही लोग हैं जो निरंतर देश की प्रगति को बाधित करने का प्रयास करते रहते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि ये लोग किसके इशारे पर भारत की छवि को धूमिल करने का काम कर रहे हैं? उन्हें बार-बार भारत को नीचा दिखाने में क्या ख़ुशी मिलती है?’’
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘‘अपना जनाधार व राजनीतिक महत्व खो चुकी कांग्रेस को इसमें कूदते देखना न तो अप्रत्याशित लगता है और ना ही आश्चर्यजनक। कांग्रेस के पास लोकतंत्र को कुचलने का अच्छा अनुभव है। लोकतंत्र एवं विकास की अवरोधक कांग्रेस खुद आंतरिक कलह से जूझ रही है इसलिए वह संसद में आने वाले किसी भी प्रगतिशील कार्य को पटरी से उतारने की हर सम्भव कोशिश कर रही है।’’
शाह ने कहा, ‘‘इस वाक्य को अक्सर लोग हल्के-फुल्के अंदाज में मेरे साथ जोड़ते रहे हैं, लेकिन आज मैं गंभीरता से कहना चाहता हूं इस तथाकथित रिपोर्ट के लीक होने का समय और फिर संसद में ये व्यवधान...आप क्रोनोलोजी समझिए।’’
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘‘देश के लोकतंत्र को बदनाम करने के लिए मॉनसून सत्र से ठीक पहले कल देर शाम एक रिपोर्ट आती है, जिसे कुछ वर्गों द्वारा केवल एक ही उद्देश्य के साथ फैलाया जाता है कि कैसे भारत की विकास यात्रा को पटरी से उतारा जाए और अपने पुराने ‘नैरेटिव’ के तहत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को अपमानित करने के लिए जो कुछ भी करना पड़े किया जाए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज जब प्रधानमंत्री लोकसभा और राज्यसभा में अपने नए मंत्रिपरिषद का परिचय कराने के लिए उठे, जो संसद की एक पुरानी व समृद्ध परंपरा है, तो कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष के नेताओं ने दोनों सदनों में कार्यवाही को बाधित किया।
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