जम्मू एयरबेस पर ड्रोन हमले के एक पखवाड़े बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि ड्रोन रोधी स्वदेशी तकनीक विकसित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और डीआरडीओ इस पर काम करने में जुटा है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अलंकरण समारोह में बोलते हुए शाह ने कहा कि प्रौद्योगिकी आधारित समाधान भारत की सुरक्षा रणनीति का भविष्य हैं।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि डीआरडीओ ड्रोन रोधी स्वदेशी तकनीक विकसित करने पर काम कर रहा है। इस संबंध में सभी अनुसंधान और विकास परियोजनाओं को सरकार ने मंजूरी दे दी है।
इस मौके पर उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को लीक से हटकर सोचने और समस्याओं के तकनीकी समाधान खोजने के लिए विशेषज्ञों के साथ सहयोग करने को कहा। उन्होंने कहा कि हमें प्रौद्योगिकी का उपयोग करके सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी। तस्करों, कानून तोड़ने वालों से एक कदम आगे रहने के लिए अधिकारियों को दिनचर्या से बाहर निकलना होगा और नई तकनीकों के बारे में सोचना होगा।
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस को लेकर ये बोले
उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से राष्ट्रीय सुरक्षा को होने वाले खतरे पर कहा कि भारत को अस्थिर करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल आतंकियों के हाथ में नया हथियार हो सकता है।
फेंसिंग में 2022 तक कोई गैप नहीं रहेगा
इस दौरान गृह मंत्री ने देश की सुरक्षा के लिए पाकिस्तान और बांग्लादेश की सीमाओं पर फेंसिंग परियोजनाओं को अहम बताया और कहा कि बॉर्डर फेंसिंग में 2022 तक कोई गैप नहीं रहेगा।
रुस्तमजी के जन्मदिवस पर मनाया जाता है
हम आपको बता दें कि बीएसएफ का अलंकरण समारोह 2003 से हर साल बीएसएफ के पहले पहानिदेशक और पद्मविभूषण से सम्मानित केएफ रुस्तमजी के जन्मदिवस के अवसर पर हर साल मनाया जाता है।