प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 4 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे। उनका यह संबोधन ऐसे समय हो रहा है जब पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून को 20 भारतीय सैन्यकर्मियों के वीरगति को प्राप्त होने के बाद भारत और चीन के बीच तनाव चरम पर है। यह संबोधन ऐसे समय भी हो रहा है जब देश कोविड-19 महामारी के रोज बढ़ते मामलों के बीच लॉकडाउन में ढील के ‘अनलॉक-2’ में प्रवेश करने जा रहा है जिसके लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार रात दिशा-निर्देश जारी किए। पीएम मोदी के संबोधन को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने देशवासियों से अपील की है कि सभी लोग प्रधानमंत्री का यह संबोधन जरूर सुनें। अमित शाह ने अपने ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट करके लोगों से अपील की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछली बार देश को 12 मई को संबोधित किया था जब उन्होंने अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के वित्तीय पैकेज की घोषणा की थी। रविवार को प्रसारित हुए ‘मन की बात’ कार्यक्रम में मोदी ने कहा था कि भारत ने लद्दाख में अपनी भूमि पर बुरी नजर डालने वालों को मुंहतोड़ जवाब दिया है।
यह संबोधन ऐसे समय भी हो रहा है जब देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं और भारत-चीन के बीच तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। बता दें कि भारत में कोविड-19 के एक दिन में 18,522 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले मंगलवार को बढ़कर 5,66,840 हो गए, जिनमें से 418 और लोगों की जान जाने के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 16,893 हो गई।
इस बीच सोमवार रात केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अनलॉक-2 दिशा-निर्देश जारी किए और कहा कि शैक्षणिक संस्थान, मेट्रो रेल सेवाएं, सिनेमाघर तथा जिम अभी बंद रहेंगे। दिशा-निर्देशों में कहा गया कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों (वंदे भारत मिशन के तहत), जो अभी सीमित रूप में जारी हैं, का चरणबद्ध तरीके से विस्तार किया जाएगा। गृह मंत्रालय ने कहा कि नए दिशा-निर्देश एक जुलाई से प्रभावी होंगे और चरणबद्ध रूप से गतिविधियां दोबारा शुरू करने की प्रक्रिया विस्तारित कर दी गई है।