कनाडा: घृणा अपराधों में वृद्धि के बीच भारतीयों के लिए विदेश मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी, सावधानी बरतने और सतर्क रहने की दी हिदायत
By मनाली रस्तोगी | Published: September 23, 2022 02:38 PM2022-09-23T14:38:35+5:302022-09-23T14:40:41+5:30
भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) ने शुक्रवार को कनाडा में अपने नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की कि वे घृणा अपराधों पर चिंताओं के बीच "उचित सावधानी बरतें और सतर्क रहें"।
नई दिल्ली: कनाडा में घृणा अपराधों, सांप्रदायिक हिंसा और भारत विरोधी गतिविधियों की घटनाओं में तेज वृद्धि के बीच भारत सरकार ने शुक्रवार को भारतीयों को उचित सावधानी बरतने और सतर्क रहने के लिए एक एडवाइजरी जारी की। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "कनाडा में घृणा अपराधों, सांप्रदायिक हिंसा और भारत विरोधी गतिविधियों की घटनाओं में तेज वृद्धि हुई है।"
विदेश मंत्रालय ने ये भी कहा, "विदेश मंत्रालय और कनाडा में हमारे उच्चायोग/वाणिज्य दूतावास ने इन घटनाओं को कनाडा के अधिकारियों के साथ उठाया है और जांच और उचित कार्रवाई का अनुरोध किया है। कनाडा में भारत से आए भारतीय नागरिकों और छात्रों और यात्रा/शिक्षा के लिए कनाडा जाने वालों को सलाह दी जाती है कि वे सावधानी बरतें और सतर्क रहें।"
Indian nationals & students from India in Canada & those proceeding to Canada for travel/ education are advised to exercise due caution & remain vigilant: Ministry of External Affairs
— ANI (@ANI) September 23, 2022
बता दें कि इससे पहले गुरुवार को भारत ने 'तथाकथित खालिस्तानी जनमत संग्रह' पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह 'बेहद आपत्तिजनक' है कि एक मित्र देश में कट्टरपंथी और चरमपंथी तत्वों को राजनीति से प्रेरित ऐसी गतिविधि की इजाजत दी गई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने संवाददाताओं से कहा था कि भारत ने इस मामले को राजनयिक माध्यमों से कनाडा के प्रशासन के समक्ष उठाया है।
उन्होंने ये भी कहा था कि इस मुद्दे को कनाडा के समक्ष उठाना जारी रखेगा। उन्होंने तथाकथित खालिस्तानी जनमत संग्रह को फर्जी कवायद करार दिया। बागची ने इस संबंध में वहां हुई हिंसा का भी उल्लेख किया। बागची ने कहा कि कनाडा ने भारत की सम्प्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने की बात कही है, लेकिन यह बेहद आपत्तिजनक है कि एक मित्र देश में कट्टरपंथी एवं चरमपंथी तत्वों को राजनीति से प्रेरित ऐसी गतिविधि की इजाजत दी जा रही है। प्रवक्ता के अनुसार, कनाडा सरकार ने कहा है कि वे उनके देश में हो रहे तथाकथित जनमत संग्रह को मान्यता नहीं देते हैं।
(भाषा इनपुट के साथ)