कोरोना की दूसरी लहर के बीच अमरनाथ यात्रा से पहले टेस्ट और टीकाकरण अनिवार्य बनाने की तैयारी
By सुरेश एस डुग्गर | Updated: March 17, 2021 14:35 IST2021-03-17T14:35:58+5:302021-03-17T14:35:58+5:30
अमरनाथ यात्रा इस साल 28 जून से शुरू होगी और 22 अगस्त तक चलेगी। हालांकि इससे पहले देश में कोरोना के बढ़ रहे मामलों ने चिंता बढ़ा दी है।

अमरनाथ यात्रा से पहले कोरोना की शुरू हुई दूसरी लहर ने बढ़ाई टेंशन (फाइल फोटो)
जम्मू: देश में कोरोना की दूसरी लहर के दस्तक दिए जाने की सरकारी पुष्टि के बाद अमरनाथ यात्रा में शामिल होने वालों के लिए कोरोना टेस्ट करवाना और टीका लगवाना अनिवार्य करने की कवायद तेज हो गई है।
हालांकि अभी तक इसे लेकर सिर्फ मंथन चल रहा है और अधिकाकरियों का कहना है कि इसके लिए नियम तय किए जा सकते हैं।
अगले महीने की एक तारीख से देश भर में यस बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और जम्मू कश्मीर बैंक की 446 शाखाओं में अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण आरंभ होगा। फिलहाल पंजीकरण के लिए 15 से लेकर 75 साल तक की आयु के स्वस्थ लोगों को अनुमति दी जाएगी।
इनमें गर्भवती महिलाओं के लिए भी नियम बनाए गए हैं। हालांकि, अब जबकि कोरोना ने देश के कई भागों में दूसरी लहर की दस्तक दी है, यात्रा में शामिल होने के इच्छुक व्यक्तियों के लिए टीका लगवाना तथा कोरोना टेस्ट रिपोर्ट अनिवार्य बनाए जाने पर विचार किया जा रहा है।
अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार महामारी की लहर को देखते हुए इसके प्रति चिंता प्रकट करना लाजिमी है।
हालांकि कोरोना की दूसरी लहर के कारण यात्रा को इस बार भी टाल दिए जाने की संभानाओं से इंकार करते हुए अधिकारी कहते हैं कि अगर परिस्थितियां बहुत ज्यादा खतरनाक हद तक पहुंचेगी तो ही उस स्थिति में ऐसा कोई निर्णय लिया जाएगा।
फिलहाल माना जा रहा है कि अमरनाथ यात्रा में शिरकत करने वालों को टीका लगवा लिए जाने तथा टेस्ट करवाने का प्रमाण पेश करने जैसे नियम जल्द जारी किए जा सकते हैं।