चीन के साथ सीमा तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार सुबह लेह पहुंच गए। इससे पहले सूत्रों के हवाले ये जानकारी थी कि सीडीएस बिपिन रावत आज लेह के दौरे पर होंगे। हालांकि, प्रधाननंत्री को लेकर ऐसी कोई जानकारी सामने नही आई थी। पीएम के साथ सीडीएस बिपिन रावत भी लेह पहुंचे हैं। वहीं, सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे भी मौजूद हैं।
पीएम मोदी हाल में भारत और चीन के सौनिकों बीच हुई हिंसक झड़प के बाद पहली बार इस इलाके में पहुंचे हैं। इस झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गये थे। चीन के जवान भी हताहत हुए हैं। हालांकि, उसने अब तक कोई आधिकारिक संख्या नहीं बताई है और न ही इस संबंध में कोई पुष्टि की है। सूत्रों के अनुसार चीन के 40 से ज्यादा जवान या तो मारे गये हैं या घायल हुए हैं।
बहरहाल, इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के लेह जाने की खबरें थी। हालांकि, गुरुवार को इस दौरे को टाल दिया गया था। इस बीच न्यूज एजेंसी एएनआई से मिली जानकारी के अनुसार पीएम मोदी लद्दाख के एक फॉरवर्ड लोकेशन निमु में सैनिकों से बात कर रहे हैं। यहां सेना के साथ-साथ वायुसेना और आईटीबीपी के जवान भी मौजूद हैं। यह जगह करीब 11 हजार की ऊंचाई पर स्थित है।
इससे पहले इससे पहले वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया और थल सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे लद्दाख का दौरा कर चुके है। हिंसक झड़प के बाद दोनो देशों की सेनाओ के बीच लेफ्टिनेंट जनरल स्तर पर तीन दौर की बातचीत भी हुई है और चीन ने सेनाओं को पीछे हटाने पर भी सहमति जाहिर की है।
बता दें कि रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में कहा था कि भारत मित्रता निभाना जानता है लेकिन यदि कोई उसकी भूमि पर आंख उठाकर देखता है तो इसका उचित जवाब देना भी जानता है। पीएम मोदी ने गलवान घाटी में शहीद हुए भारतीय सपूतों को याद करते हुए देश को आश्वस्त किया था कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारे वीर सैनिकों ने दिखा दिया कि वे कभी भी मां भारती के गौरव को आंच नहीं आने देंगे। लद्दाख में हमारे जो भी जवान शहीद हुए, उनके शौर्य को पूरा देश नमन कर रहा है। पूरा देश उनका कृतज्ञ है। उनके सामने पूरा देश नतमस्तक है। हर भारतीय उन्हें खोने का दर्द भी अनुभव कर रहा है।’