मुख्तार को मोहाली अदालत में पेश करने के लिए इस्तेमाल एंबुलेंस के कागजात फर्जी निकले, मामला दर्ज

By भाषा | Updated: April 2, 2021 16:45 IST2021-04-02T16:45:31+5:302021-04-02T16:45:31+5:30

Ambulance papers used to present Mukhtar in Mohali court turned out to be fake, case registered | मुख्तार को मोहाली अदालत में पेश करने के लिए इस्तेमाल एंबुलेंस के कागजात फर्जी निकले, मामला दर्ज

मुख्तार को मोहाली अदालत में पेश करने के लिए इस्तेमाल एंबुलेंस के कागजात फर्जी निकले, मामला दर्ज

(इंट्रो में सुधार के साथ)

बाराबंकी (उप्र), दो अप्रैल बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को मोहाली की एक अदालत में पेश करने के लिए इस्तेमाल की गई एम्बुलेंस के पंजीकरण नम्बर के दस्तावेज फर्जी पाये जाने के बाद इस संबंध में बाराबंकी कोतवाली थाने में एक मामला दर्ज किया गया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को कहा, "प्रारंभिक जांच के बाद एंबुलेंस के पंजीकरण के लिए दिया गया नाम और पता गलत पाया गया। इस संबंध में एक प्राथमिकी सहायक सड़क परिवहन अधिकारी (एआरटीओ) द्वारा डॉ अलका राय के खिलाफ दर्ज कराई गई है जिनका नाम एंबुलेंस के पंजीकरण के लिए दिया गया था।"

उन्होंने बताया कि प्राथमिकी भारतीय दंड संहिता की 420 (जालसाजी), 471 (फर्जी दस्तावेज का वास्तविक रूप से उपयोग करने), 467 (दस्‍तावेजों की हेराफेरी), 468 (धोखाधड़ी के इरादे से जालसाजी) धाराओं में डॉक्टर अलका राय के खिलाफ दर्ज की गई है।

बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने शुक्रवार को बताया कि बीते कई दिनों से मीडिया के माध्यम से एक एंबुलेंस के बारे में सूचना मिल रही थी जिसका पंजीकरण नंबर यूपी 41 एटी 7171 है। उन्होंने बताया कि यह वाहन बाराबंकी परिवहन कार्यालय में पंजीकृत मिला और परिवहन कार्यालय और बाकी संबंधित विभागों से इस एंबुलेंस के संबंध में सूचना इकट्ठा की गई, जिसमें सामने आया कि इस वाहन को पंजीकृत कराने के लिए जो कागजात जैसे मतदाता पहचान पत्र, पैन कार्ड और दूसरे दस्तावेज प्रयोग में लाये गये, वे सभी फर्जी निकले। प्रसाद के मुताबिक ये दस्‍तावेज जिस पते पर दर्ज थे वह पता भी नहीं मिला, जिसके बाद मामले में सुसंगत धाराओं के तहत डॉ अलका राय के खिलाफ मामला दर्ज करके छानबीन शुरू की गई है।

पंजाब के मोहाली की एक अदालत में 31 मार्च को मुख्तार अंसारी को 2019 के कथित जबरन वसूली के एक मामले में पेश किये जाने के लिए व्‍हील चेयर पर एक एंबुलेंस में लाया गया था। अदालत ने इस मामले में सुनवाई की अगली तारीख 12 अप्रैल तय की है। इसके पहले उच्चतम न्यायालय ने मऊ के विधायक मुख्तार अंसारी को दो सप्ताह में उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में स्थानांतरित करने का आदेश दिया था। मुख्तार को उत्तर प्रदेश में लाये जाने के लिए पंजाब सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार के बीच चल रहा मामला उच्चतम न्यायालय तक पहुंचा था।

मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी ने बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर आशंका व्यक्त की थी कि उच्चतम न्यायालय के निर्देश के बाद पंजाब से उत्तर प्रदेश लाये जाने के दौरान मुख्तार अंसारी को एक फर्जी मुठभेड़ में मारा जा सकता है। इस बीच बलिया से मिली खबर के मुताबिक गाजीपुर से बहुजन समाज पार्टी के सांसद एवं मुख्तार अंसारी के बड़े भाई अफजाल अंसारी ने 'पीटीआई-भाषा' से फोन पर बातचीत में आरोप लगाया कि ''भाजपा के लिए मुख्तार अंसारी उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए एजेंडा हो गए हैं।''

उन्होंने कहा कि ''यदि भाजपा मुख्तार अंसारी को चुनाव में मुद्दा बनाती है तो वह भी परिवार व समर्थकों पर की जा रही उत्पीड़नात्मक कार्रवाई को मुद्दा बनायेंगे।''

उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्‍तार अंसारी की जान को खतरे से ध्‍यान हटाने के लिए भाजपा सरकार व्हीलचेयर व एम्बुलेंस मसले को मुद्दा बना रही है। उन्होंने दावा किया है कि मुख्तार अंसारी पिछले दो साल से बीमार हैं।

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Web Title: Ambulance papers used to present Mukhtar in Mohali court turned out to be fake, case registered

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