अमरनाथ यात्रा शुरू, नुनवान आधार शिविर से 2,750 तीर्थयात्रियों का जत्था रवाना, श्राइन बोर्ड ने ऑनलाइन दर्शन की भी व्यवस्था की

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 30, 2022 09:56 IST2022-06-30T09:52:46+5:302022-06-30T09:56:55+5:30

साल 2019 में केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 के अधिकतर प़्रावधान को रद्द करने के बाद यात्रा बीच में ही स्थगित कर दी गई थी, जबकि वर्ष 2020 और 2021 में कोविड-19 वैश्विक महामारी की वजह से यात्रा का आयोजन नहीं किया गया था।

Amarnath Yatra 2022 begins 2,750 pilgrims leave from Nunwan base camp Shrine Board also arranges online darshan | अमरनाथ यात्रा शुरू, नुनवान आधार शिविर से 2,750 तीर्थयात्रियों का जत्था रवाना, श्राइन बोर्ड ने ऑनलाइन दर्शन की भी व्यवस्था की

अमरनाथ यात्रा शुरू, नुनवान आधार शिविर से 2,750 तीर्थयात्रियों का जत्था रवाना, श्राइन बोर्ड ने ऑनलाइन दर्शन की भी व्यवस्था की

Highlightsएलजी मनोज सिन्हा ने भगवती नगर आधार शिविर से वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए 4,890 तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को रवाना किया था अधिकारियों ने बताया कि इस साल तीर्थयात्रियों की संख्या सामान्य से अधिक होने की उम्मीद है अमरनाथ यात्रा 11 अगस्त को रक्षा बंधन के अवसर पर समाप्त होगी

नुनवानः यहां आधार शिविर से 2,750 तीर्थयात्रियों के एक जत्थे के दक्षिण कश्मीर हिमालय में स्थित गुफा मंदिर के लिए रवाना होने के साथ ही वार्षिक अमरनाथ यात्रा गुरुवार को शुरू हो गई। उपायुक्त पीयूष सिंगला ने अनंतनाग जिले के पहलगाम में नुनवान आधार शिविर से तीर्थयात्रियों के जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

सिंगला ने बताया कि 43 दिवसीय तीर्थयात्रा का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए सभी इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ हमारी कोशिश यह सुनिश्चित करना है कि तीर्थयात्री सुरक्षित महसूस करें और शांतिपूर्वक तरीके से मंदिर की पवित्र गुफा में शिवलिंग के दर्शन कर पाएं।’’

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार सुबह जम्मू शहर के भगवती नगर आधार शिविर से वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए 4,890 तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को कश्मीर के पहलगाम और बालटाल आधार शिविरों की यात्रा के लिए रवाना किया था। अधिकारियों ने बताया कि श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) ने प्राकृतिक रूप से बने बर्फ लिंगम के ऑनलाइन दर्शन करने की व्यवस्था भी की है।

उन्होंने कहा कि इस साल तीर्थयात्रियों की संख्या सामान्य से अधिक होने की उम्मीद है क्योंकि यह यात्रा करीब तीन साल के अंतराल के बाद आयोजित की जा रही है। साल 2019 में केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 के अधिकतर प़्रावधान को रद्द करने के बाद यात्रा बीच में ही स्थगित कर दी गई थी, जबकि वर्ष 2020 और 2021 में कोविड-19 वैश्विक महामारी की वजह से यात्रा का आयोजन नहीं किया गया था। अमरनाथ यात्रा 11 अगस्त को रक्षा बंधन के अवसर पर समाप्त होगी। 

Web Title: Amarnath Yatra 2022 begins 2,750 pilgrims leave from Nunwan base camp Shrine Board also arranges online darshan

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