इंदौर (मध्यप्रदेश), सात मार्च कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं के "जी-23" धड़े की गतिविधियों को पार्टी आलाकमान को सीधी चुनौती मानने से साफ इनकार करते हुए राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने रविवार को दावा किया कि इस खेमे में शामिल सारे लोग कह चुके हैं कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी ही उनके नेता हैं।
मीडिया के यह कहे जाने पर कि "जी-23" के नेता अपनी गतिविधियों के जरिये कांग्रेस आलाकमान को सीधी चुनौती दे रहे हैं, सिंह ने तुरंत जवाब दिया, "यह (पार्टी आलाकमान को) बिल्कुल भी चुनौती नहीं है। जी-23 के सारे लोग कह चुके हैं कि उनके नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी ही हैं।"
सिंह ने अन्य सवाल पर इस बात से भी इनकार किया कि जम्मू में "जी-23" के नेताओं के हालिया जमावड़े से कांग्रेस आलाकमान से उनकी बगावत की झलक मिलती है।
कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष के पद पर सोनिया गांधी के लम्बे समय से बने रहने और पूर्णकालिक अध्यक्ष के चुनाव में विलंब के बारे में पूछे जाने पर पार्टी के 74 वर्षीय नेता ने प्रतिप्रश्न करते हुए कहा, "इसमें आपको (मीडिया) क्या आपत्ति है? आप कांग्रेस के सदस्य हैं क्या? आपने कभी भाजपा या संघ से पूछा कि क्या उनके यहां चुनाव होते हैं?"
गौरतलब है कि कांगेस के 23 नेताओं ने पिछले साल अगस्त में कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी को पत्र लिखा था और पार्टी में संगठनात्मक बदलाव करने के साथ ही पूर्णकालिक पार्टी अध्यक्ष की मांग की थी। तभी से इन नेताओं के समूह को "जी-23" भी कहा जाता है।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों की तेज होतीं सरगर्मियों के बीच फिल्म अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के रविवार को भाजपा में शामिल होने पर सिंह ने कटाक्ष किया, "फिल्मी कलाकार तो फिल्मी कलाकार होते हैं।"
उन्होंने एक सवाल पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तारीफ करते हुए उन्हें "बेहद जीवट वाली", "जमीन से जुड़ी", "संघर्षशील" तथा "जज्बाती" राजनेता बताया और कहा कि यह देखने वाली बात होगी कि इस राज्य के विधानसभा चुनाव में आगे क्या होता है?
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, "वाम मोर्चे के साथ हमारी वैचारिक समानता है। इसलिए हमने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के लिए इस मोर्चे के साथ गठबंधन किया है।
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