गहलोत सरकार के सभी मंत्रियों ने इस्तीफे सौंपे, राज्यपाल से मिले गहलोत
By भाषा | Updated: November 20, 2021 22:24 IST2021-11-20T22:24:22+5:302021-11-20T22:24:22+5:30

गहलोत सरकार के सभी मंत्रियों ने इस्तीफे सौंपे, राज्यपाल से मिले गहलोत
जयपुर, 20 नवंबर राजस्थान में बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल पुनर्गठन की कवायद अब जोर पकड़ती नजर आ रही है, जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार के सभी मंत्रियों ने अपने इस्तीफे शनिवार शाम को पार्टी आलाकमान को सौंप दिए। मुख्यमंत्री गहलोत रात में राज्यपाल कलराज मिश्र से मिले और पहले ही इस्तीफे सौंप चुके तीन मंत्रियों के त्यागपत्र उन्हें सौंपे जिन्हें मिश्र ने स्वीकार कर लिया।
राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों ने सामूहिक रूप से अपने इस्तीफे दिए हैं। राजस्थान मंत्रिपरिषद की बैठक शनिवार शाम यहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में शुरू हुई जिसमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मंत्रिमंडल के पुनर्गठन का प्रस्ताव रखा। इस पर पूरे मंत्रिमंडल ने मंत्रिमंडल पुनर्गठन का फैसला कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी पर छोड़ा और सभी मंत्रियों ने सामूहिक इस्तीफे सौंप दिए।
मंत्री ने कहा कि कांग्रेस विधायकों को रविवार अपराह्न दो बजे पार्टी के प्रदेश कार्यालय में बुलाया गया है। उसके बाद का कार्यक्रम गहलोत व पार्टी के प्रदेश प्रभारी अजय माकन तय करेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को संबोधित करके इस्तीफे दिए जाते हैं उसके बाद मंत्रिमंडल पुनर्गठन की प्रक्रिया होती है।
सूत्रों ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह रविवार को होने की संभावना है। मुख्यमंत्री गहलोत रात में राजभवन में राज्यपाल मिश्र से मिले। यह मुलाकात लगभग एक घंटा चली। बैठक के बाद राजभवन की ओर से ट्वीट किया गया, ‘‘मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात कर, कैबिनेट मंत्री रघु शर्मा, हरीश चौधरी और राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के इस्तीफे सौंपे।’’ इसके अनुसार राज्यपाल मिश्र ने मुख्यमंत्री की संस्तुति पर ये इस्तीफे तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिए।
उल्लेखनीय है कि राजस्व मंत्री हरीश चौधरी, चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा व शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने अपने इस्तीफे पहले ही पार्टी आलाकमान को सौंप दिए थे। शुक्रवार रात यहां पहुंचे पार्टी के प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने मीडियाकर्मियों को बताया था कि तीनों मंत्रियों ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर अपने मंत्री पद छोड़ने की पेशकश की है और संगठन के लिए काम करने की इच्छा जताई है।
प्रस्तावित मंत्रिमंडल पुनर्गठन व राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर माकन व गहलोत में बैठकों का दौर शनिवार को भी जारी रहा। दोनों नेताओं ने शुक्रवार देर रात तक मुख्यमंत्री निवास में मंत्रणा की थी। शनिवार सुबह फिर माकन मुख्यमंत्री निवास पहुंचे। वहीं, दोपहर में मुख्यमंत्री गहलोत ने माकन से चर्चा की।
राज्य की गहलोत सरकार अगले महीने अपने कार्यकाल के तीन साल पूरे करेगी। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार मंत्रिमंडल पुनर्गठन में सचिन पायलट खेमे के विधायकों के साथ-साथ पिछले साल राजनीतिक संकट में सरकार का साथ देने वाले विधायकों की अपेक्षाओं को पूरा करने की चुनौती पार्टी आलाकमान पर रहेगी। इन विधायकों में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से कांग्रेस में आए छह विधायक व दर्जन भर निर्दलीय विधायक भी शामिल हैं।
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