मेदिनीनगर (झारखंड), 20 मई पलामू प्रमंडल के आयुक्त जटाशंकर चौधरी ने आज निर्देश दिया कि बाहर से आने वाले सभी लोगों को कोरोना वायरस जांच के बिना क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति न दी जाये और कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए बेवजह लोगों की आवाजाही पर सख्ती बरती जाये।
पलामू प्रमंडल के दो शीर्ष अधिकारियों-- प्रमंडल आयुक्त जटाशंकर चौधरी और पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) राजकुमार लकङा ने संयुक्त रुप से बिहार से सटे पलामू जिले के हरिहरगंज और हुसैनाबाद में अंतरराज्यीय सीमा में आवागमन एवं कोविड-19 के प्रति व्यावहारिक धरातल पर अपनाई जाने वाली प्रक्रिया का स्वयं जायजा लिया तथा उपर्युक्त निर्देश अधिकारियों को दिये।
प्रमंडलीय आयुक्त जटाशंकर चौधरी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि बिहार के सीमावर्ती जिले औरंगाबाद के रास्ते झारखंड के पलामू जिले में हरिहरगंज एवं हुसैनाबाद के मार्ग से प्रतिदिन हजारों की संख्या में छोटे-बडे़ वाहनों की आवाजाही होती है लेकिन उन गाड़ियों से पलामू क्षेत्र में आने जाने वालों की आवश्यक कोविड जांच नहीं हो रही है जिसे देखते हुए उन्होंने आज संबद्ध अधिकारियों को सख्ती से जांच करने और कोविड नियमों का पालन कराने के निर्देश दिये।
चौधरी ने बताया कि सीमा स्थल के समीप ही कोविड-19 की जांच के प्रबंध किए गए हैं। विशेष कर हरिहरगंज और हुसैनाबाद प्रखण्ड के दंगवार में, जहां से दूसरे राज्यों के लोग प्रवेश करते हैं, कोविड जांच की व्यवस्था की गयी है।
आयुक्त ने बताया कि पलामू जिले के अतिरिक्त गढ़वा एवं लातेहार जिले के भी सीमावर्ती क्षेत्रों में कोविड-19 की जांच में सख्ती बरती जा रही है । बगैर कोविड जांच के पलामू प्रमंडल में बाहरी तत्वों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है।
उन्होंने बताया कि वाहन एवं कोविड-19 की जांच पङताल में ढिलाई बरतने वाले अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कारवाई किए जाने के निर्देश तीनों जिलों के उपायुक्तों को दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि गढ़वा जिले के उपायुक्त राजेश पाठक, लातेहार के जिला उपायुक्त अबू इमरान और पलामू जिले के उपायुक्त शशिरंजन के बीच बेहतर समन्वय का नतीजा है कि, अबतक सीमावर्ती क्षेत्रों से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
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