लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बरेली में मजदूरों को कथित तौर पर सैनेटाइजर से नहलाने की घटना को ''अमानवीय'' करार देते हुए यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती मे योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा है। समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा, ''यात्रियों पर सेनिटाइजेशन के लिए किए गए केमिकल छिड़काव से उठे कुछ सवाल... क्या इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देश हैं?, केमिकल से हो रही जलन का क्या इलाज है?, भीगे लोगों के कपड़े बदलने की क्या व्यवस्था है?, साथ में भीगे खाने के सामान की क्या वैकल्पिक व्यवस्था है?''
वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर लिखा, ''देश में जारी जबर्दस्त लॉकडाउन के दौरान जनउपेक्षा व जुल्म-ज्यादती की अनेकों तस्वीरें मीडिया में आम हैं। लेकिन प्रवासी मजदूरों पर यूपी के बरेली में कीटनााशक दवा का छिड़काव करके उन्हें दंडित करना क्रूरता व अमानीवयता है। जिसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है। सरकार तुरन्त ध्यान दें।''
वहीं एक अन्य ट्वीट में, ''बेहतर होता कि केन्द्र सरकार राज्यों का बॉडर्र सील करके हजारों प्रवासी मजदूरों के परिवारों को बेआसरा व बेसहारा भूखा-प्यासा छोड़ देने के बजाए दो-चार विशेष ट्रेनें चलाकर इन्हें इनके घर तक जाने की मजबूरी को थोड़ा आसान कर देती।''
प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट कर साधा निशाना
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया, ''उप्र सरकार से गुजारिश है कि हम सब मिलकर इस आपदा के खिलाफ लड़ रहे हैं लेकिन कृपा करके ऐसे अमानवीय काम मत करिए। '' कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका ने कहा, ''मजदूरों ने पहले से ही बहुत दुख बर्दाश्त किए हैं। उनको रसायन डाल कर इस तरह नहलाइए मत। इससे उनका बचाव नहीं होगा बल्कि उनकी सेहत के लिए और खतरे पैदा हो जाएंगे।'' उन्होंने राजस्थान की कांग्रेस सरकार द्वारा उठाए गए कुछ कदमों का हवाला देते यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार को भी ऐसा करना चाहिए । प्रियंका के मुताबिक ‘‘असाधारण समय में अभूतपूर्व फैसले भी लेने पड़ते हैं।