लखनऊ, 16 मार्च समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर तमाम आरोप लगाते हुए कहा कि ''भाजपा सच को छुपाने और झूठ फैलाने की चाहे जितनी कोशिश कर ले उसमें तनिक भी सफलता मिलने वाली नहीं है क्योंकि खुद उसके घर में ही अब असंतोष और विरोध के स्वर उभरने लगे हैं।''
सपा मुख्यालय से मंगलवार को जारी बयान में अखिलेश यादव ने दावा किया, '' जब प्रदेश कार्य समिति के मंच से भाजपा नेता आगामी विधानसभा चुनावों में अपनी जीत के दावे कर रहे थे तभी तमाम पदाधिकारी एवं नेता भाजपा राज में बढ़ रहे कुशासन के खिलाफ अपनी आवाज बुलन्द करने में लगे थे।''
उल्लेखनीय है कि सोमवार को यहां इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भारतीय जनता पार्टी की एक दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति का उद्घाटन देश के रक्षा मंत्री और भाजपा के पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने किया जबकि समापन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया, जिसमें सभी प्रमुख नेताओं ने 2022 में उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक जीत का दावा किया था।
पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा, ''समाजवादी पार्टी शुरू से ही कहती आई है कि भाजपा राज में अराजकता, अव्यवस्था और भ्रष्टाचार का बोलबाला है। शासन-प्रशासन का इस पर कोई नियंत्रण नहीं दिखाई देता है। मंत्रियों की भी शिकायत है कि अफसर उनकी नहीं सुनते हैं।''
यादव ने यह भी दावा किया कि '' खुद मुख्यमंत्री कार्यालय के फोन, तमाम निर्देशों के बावजूद, डीएम, एसएसपी, एसपी, कमिश्नर नहीं उठा रहे हैं, यह खबर तो सरकारी सूत्रों ने ही दी है। जब मुख्यमंत्री जी को कोई गंभीरता से नहीं लेता है तो जनसामान्य की सुनवाई का तो सवाल ही नहीं उठता है।
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