एयर इंडिया और लेटतलीफी एक-दूसरे का पर्याय बनते जा रहे हैं। ताजा मामला मुंबई-औरंगाबाद की उड़ान AI-442 से जुड़ा है। विमान के वाइपर खराब होने की वजह से फ्लाइट में चार घंटे की देरी हो गई। इस दौरान यात्रियों की भारी मुसीबत का सामना करना पड़ा है।
यह उड़ान मुंबई से 3.25 बजे होनी थी। 3.10 पर फ्लाइट के लिए बोर्डिंग भी शुरू हो गई। बोर्डिंग होने के बाद पायलट ने घोषणा की कि किसी तकनीकि खराबी की वजह से उड़ान में 30 मिनट की देरी होगी। लेकिन 5.10 बजे तक उड़ान नहीं हो सकी।
करीब 5.30 बजे घोषणा की गई कि विमान के वाइपर काम नहीं कर रहे हैं इसलिए एयरक्राफ्ट बदला जाएगा। दूसरी वैकल्पिक उड़ान का समय 6.50 बजे तय किया गया। ऐसे में सवाल उठता है कि जब वाइपर में खराबी थी तो एयक्राफ्ट बदलने में इतनी देरी क्यों की गई?
रिपोर्ट्स के मुताबिक इस दौरान यात्रियों को किसी ने सही जानकारी नहीं दी। ग्राउंड स्टॉफ और फ्लाइट स्टॉफ का व्यवहार भी यात्रियों से अच्छा नहीं था। इससे यात्रियों में नाराजगी है।