एआईएनआरसी ने पुडुचेरी में मंत्रिमंडल गठन में देरी के लिए सहयोगी दल भाजपा को जिम्मेदार ठहराया
By भाषा | Updated: June 17, 2021 20:10 IST2021-06-17T20:10:49+5:302021-06-17T20:10:49+5:30

एआईएनआरसी ने पुडुचेरी में मंत्रिमंडल गठन में देरी के लिए सहयोगी दल भाजपा को जिम्मेदार ठहराया
पुडुचेरी, 17 जून विधानसभा चुनाव में जीत के एक माह से अधिक समय के बाद भी मुख्यमंत्री एन रंगासामी के मंत्रिमंडल का गठन नहीं हो सका है और इस देरी के लिए उनके नेतृत्व वाले दल ऑल इंडिया एन आर कांग्रेस (एआईएनआरसी) ने बृहस्पतिवार को सहयोगी दल भाजपा की उपमुख्यमंत्री पद की मांग को जिम्मेदार ठहराया है।
भाजपा सूत्रों ने हालांकि कहा कि उनके द्वारा नामित ई आर सेल्वम को विधानसभा अध्यक्ष बनाया जाएगा। उपमुख्यमंत्री पद की मांग पर ''फिलहाल'' आगे नहीं बढ़ा जाएगा।
सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाली पार्टी ने दो मंत्रिपद देने की पेशकश की है और पुडुचेरी में जल्द ही एक पूर्ण मंत्रालय होगा।
एआईएनआरसी के सूत्रों ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि भाजपा ने उपमुख्यमंत्री के रूप में अपने प्रतिनिधि को शामिल करने पर जोर दिया और दो मंत्रीपद भी मांगे हैं।
सूत्रों ने कहा कि पुडुचेरी में पहले कभी उपमुख्यमंत्री नहीं रहा है और यह मांग कैबिनेट गठन में देरी का एक प्रमुख कारण है।
एआईएनआरसी सूत्रों ने कहा कि भाजपा द्वारा उपमुख्यमंत्री पद के लिए पूर्व उद्योग मंत्री ए नमसिवायम का समर्थन किया जा रहा है।
सूत्रों ने कहा कि एआईएनआरसी नेतृत्व ने दृढ़ता के साथ इस मांग को नकार दिया है और भाजपा को दो मंत्रीपदों की पेशकश की है।
पुडुचेरी में मुख्यमंत्री समेत मंत्रियों की अधिकतम संख्या छह हो सकती है। 30 सदस्यीय विधानसभा में एआईएनआरसी के 10 जबकि भाजपा के छह विधायक हैं। मुख्य विपक्षी दल डीएमके के छह और इसकी सहयोगी पार्टी कांग्रेस के दो जबकि छह निर्दलीय विधायक हैं।
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