अन्नाद्रमुक ने ‘लैंगिक रूढ़िवादिता’ को लेकर सीबीएसई की आलोचना की
By भाषा | Updated: December 14, 2021 13:35 IST2021-12-14T13:35:15+5:302021-12-14T13:35:15+5:30

अन्नाद्रमुक ने ‘लैंगिक रूढ़िवादिता’ को लेकर सीबीएसई की आलोचना की
चेन्नई, 14 दिसंबर तमिलनाडु में मुख्य विपक्षी दल अन्ना द्रमुक ने सीबीएसई की 10वीं कक्षा की अंग्रेजी की परीक्षा में विवादित सवाल पर मंगलवार को नाराजगी जताते हुए इस लैंगिक रूढ़िवादिता करार दिया और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक दल अन्ना द्रमुक के संयोजक ओ पनीरसेल्वम ने कहा कि सीबीएसई यह सुनिश्चित करने के लिए प्रश्न पत्र बनाने वाले लोगों को सलाह देने के बाध्य है कि प्रश्न पत्र में सामग्री समाज विरोधी न हो जबकि विवादित और ‘हिंसा भड़का सकने’’ वाली सामग्री से बचा जा सकता है।
पनीरसेल्वम ने यहां पार्टी के एक बयान में कहा, ‘‘सीबीएसई की यह देखने की भी जिम्मेदारी है कि क्या प्रश्नपत्र इसके अनुसार बनाया गया है।’’
गौरतलब है कि शनिवार को आयोजित 10वीं की परीक्षा में प्रश्नपत्र में ‘‘महिलाओं की मुक्ति ने बच्चों पर माता-पिता के अधिकार को समाप्त कर दिया’’ और ‘‘अपने पति के तौर-तरीके को स्वीकार करके ही कोई मां अपने से छोटों से सम्मान पा सकती है’’' जैसे वाक्यों का इस्तेमाल किया गया था, जिसको लेकर विवाद खड़ा हो गया।
पनीरसेल्वम ने कहा, ‘‘मैं सीबीएसई से इस मामले की व्यापक जांच कराने, गलती करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने और यह सुनिश्चित करने का अनुरोध करता हूं कि ऐसी चीजें दोबारा न हो।’’
उन्होंने कहा कि ऐसे विवादित बिन्दुओं से छात्रों के बीच ‘‘भ्रम और भेदभाव’’ पैदा होताा है।
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