लाइव न्यूज़ :

अगुवानी-सुल्तानगंज पुलः परबत्ता से जदयू विधायक कुमार ने खोली सरकार की पोल, कहा-सबसे बड़े जिम्मेवार अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत हैं, जो दोषी है, जांच करेगा तो...

By एस पी सिन्हा | Updated: June 5, 2023 17:25 IST

Aguwani-Sultanganj bridge: पुल गिरने के लिए सबसे बड़े जिम्मेवार बिहार के पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत हैं। जो दोषी है, वहीं जांच करेगा तो क्या हकीकत सामने आयेगी?

Open in App
ठळक मुद्देजांच हाईकोर्ट के जज से कराये और प्रत्यय अमृत के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराए।विधायक ने कहा कि अधिकारियों ने अपना काम सही तरीके से नहीं किया। तेजस्वी यादव से मिलकर हमने बात कही थी।

पटनाः बिहार में खगड़िया और सुल्तानगंज के बीच गंगा नदी पर बन रहे पुल के धाराशाई होने को लेकर आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है। ऐसे में अब खगड़िया के परबत्ता से सत्तारूढ़ दल जदयू के विधायक डॉ संजीव कुमार ने सरकारी जांच के आदेश की पोल खोल दी है।

विधायक ने कहा कि पुल गिरने के लिए सबसे बड़े जिम्मेवार बिहार के पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत हैं। जो दोषी है, वहीं जांच करेगा तो क्या हकीकत सामने आयेगी? डॉ संजीव कुमार ने आज मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सरकार मामले की जांच हाईकोर्ट के जज से कराये और प्रत्यय अमृत के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराए।

विधायक ने कहा कि अधिकारियों ने अपना काम सही तरीके से नहीं किया। उन्होंने कहा पुल के स्ट्रक्चर को लेकर हमने पहले भी अंदेशा जाहिर किया था। तेजस्वी यादव से मिलकर हमने बात कही थी। तेजस्वी यादव ने आश्वासन दिया था। सदन में मामले को उठाया था। पहले से ही पुल टूटा था, जिसकी जांच कराई जा रही थी।

लेकिन जांच रिपोर्ट नहीं आई है। वही प्रधान सचिव ने इस मामले को गंभीरता नहीं लिया। डॉ संजीव कुमार ने इस हादसे के लिए सीधे-सीधे संवेदक और पदाधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि जिस पीलर को लेकर मैंने अंदेशा जाहिर किया था, वहीं पीलर गिर गया।

डॉ संजीव कुमार ने कहा कि ये साफ दिखाता है कि इस मामले में प्रत्यय अमृत खुद शामिल हैं। अब अगर सरकार उन्हें ही जांच का जिम्मा दे रही है तो इससे बडा मजाक क्या हो सकता है? जो खुद मुजरिम है, वही जांच करेगा तो रिपोर्ट क्या आयेगी? सरकार इस मामले की जांच हाईकोर्ट के जज से कराये। तभी सच्चाई सामने आ पायेगी।

ये पता चल पायेगा कि कौन-कौन इस मामले में संलिप्त है? ये पूरा भ्रष्टाचार का खेल है। उन्होंने कहा कि अगर जांच में किसी को बचाने का प्रयास भी किया गया तो मैं उसके खिलाफ कोर्ट में पीआईएल दाखिल करूंगा। सरकार को प्रत्यय अमृत जैसे अधिकारी को तुरंत पद से हटाना चाहिये। वे ऐसे अधिकारी हैं जो स्वास्थ्य विभाग में जाते हैं तो खुद को सबसे बड़ा डॉक्टर समझने लगते हैं।

पथ निर्माण विभाग में आते ही खुद को सिविल इंजीनियर घोषित कर देते हैं। अगर उन्हें लॉ डिपार्टमेंट का सचिव बना दिया जाये तो वे खुद को जज समझने लगेंगे। ऐसे अधिकारी के कारण ही सरकार बदनाम हुई है। उन्होंने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगा है। मुख्यमंत्री से मिलकर कहेंगे कि प्रत्यय अमृत पर कार्रवाई करें।

टॅग्स :बिहारपटनानीतीश कुमारतेजस्वी यादव
Open in App

संबंधित खबरें

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

क्राइम अलर्टप्रेम करती हो तो चलो शादी कर ले, प्रस्ताव रखा तो किया इनकार, प्रेमी कृष्णा ने प्रेमिका सोनू को उड़ाया, बिहार के भोजपुर से अरेस्ट

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

क्रिकेटवैभव सूर्यवंशी की टीम बिहार को हैदराबाद ने 7 विकेट से हराया, कप्तान सुयश प्रभुदेसाई ने खेली 28 गेंदों में 51 रन की पारी, जम्मू-कश्मीर को 7 विकेट से करारी शिकस्त

भारत‘सिटीजन सर्विस पोर्टल’ की शुरुआत, आम जनता को घर बैठे डिजिटल सुविधाएं, समय, ऊर्जा और धन की बचत

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट

भारतPariksha Pe Charcha 2026: 11 जनवरी तक कराएं पंजीकरण, पीएम मोदी करेंगे चर्चा, जनवरी 2026 में 9वां संस्करण