सरकार कॉरपोरेट पर अतिरिक्त कर लगाए, देश की सुरक्षा के साथ समझौता न करे, 'अग्निपथ' पर बोले अखिलेश यादव, मायावती ने भी कही ये बात
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 20, 2022 14:47 IST2022-06-20T14:41:54+5:302022-06-20T14:47:13+5:30
अग्निपथ योजना के विरोध में प्रदेश में युवा आंदोलित हैं और रविवार को गृह विभाग की ओर से जारी बयान के मुताबिक प्रदेश में अग्निपथ योजना के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शनों के मामले में राज्य के 14 जिलों में अब तक कुल 34 मुकदमे दर्ज किये गये हैं, जबकि 387 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

सरकार कॉरपोरेट पर अतिरिक्त कर लगाए, देश की सुरक्षा के साथ समझौता न करे, 'अग्निपथ' पर बोले अखिलेश यादव, मायावती ने भी कही ये बात
लखनऊः सरकार द्वारा लाई गई नई सैन्य भर्ती योजना 'अग्निपथ' को लेकर देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। इस नई योजना को लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में छठे दिन भी विरोध हो रहे हैं। इस बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती ने केंद्र की नयी योजना ‘अग्निपथ’ को लेकर सोमवार को भाजपा पर निशाना साधा। सपा प्रमुख यादव ने दावा किया कि भाजपा सरकार का चतुर्दिक विरोध दर्शा रहा है कि भाजपा ने जनाधार खो दिया है। वहीं मायावती ने कहा है कि देश की सुरक्षा व फौजी के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान से जुड़ी योजना होने के बावजूद भाजपा नेतागण जिस प्रकार से इस बारे में अनाप-शनाप व अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं वह घोर अनुचित है।
अखिलेश यादव ने ट्वीट में लिखा, “देश के युवाओं में वर्तमान के प्रति निराशा-हताशा और भविष्य के प्रति आशंका-असुरक्षा का भाव, देश के विकास के लिए घातक साबित होता है। सरकारों का दायित्व देश के वर्तमान को सुधारना व भविष्य को सँवारना होता है। भाजपा सरकार का चतुर्दिक विरोध दर्शा रहा है कि भाजपा ने जनाधार खो दिया है।” केंद्र सरकार की इस नई योजना की खूबियों को रेलवे प्रचारित कर रही है। वहीं कई उद्योगपतियों ने भी अग्निपथ को बेहतर बताते हुए उनकी भविष्य में सेवाएं लेने की बात कहीं। इस बात को लेकर अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधा।
‘अग्निपथ’ की नीति सरकार ने बनायी है अतः सरकार व सत्ताधारी दल के प्रवक्ता किसी और को आगे न करें।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 20, 2022
अमीर उद्योपतियों की आय की सुरक्षा से अधिक ज़रूरी है देश की सुरक्षा इसीलिए जो भी बजट कम पड़ रहा है उसके लिए सरकार कॉरपोरेट पर अतिरिक्त कर लगाए परंतु देश की सुरक्षा के साथ समझौता न करे।
एक अन्य ट्वीट में अखिलेश यादव ने लिखा, ‘अग्निपथ’ की नीति सरकार ने बनायी है अतः सरकार व सत्ताधारी दल के प्रवक्ता किसी और को आगे न करें।' सपा प्रमुख ने कहा, अमीर उद्योपतियों की आय की सुरक्षा से अधिक ज़रूरी है देश की सुरक्षा इसीलिए जो भी बजट कम पड़ रहा है उसके लिए सरकार कॉरपोरेट पर अतिरिक्त कर लगाए परंतु देश की सुरक्षा के साथ समझौता न करे।
अग्निपथ योजना के विरोध में प्रदेश में युवा आंदोलित हैं और रविवार को गृह विभाग की ओर से जारी बयान के मुताबिक प्रदेश में अग्निपथ योजना के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शनों के मामले में राज्य के 14 जिलों में अब तक कुल 34 मुकदमे दर्ज किये गये हैं, जबकि 387 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष और राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सोमवार को ट्वीट किया, “केन्द्र की अग्निपथ योजना देश की सुरक्षा व फौजी के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान से जुड़ी है, इसके बावजूद भाजपा नेतागण जिस प्रकार से अनाप-शनाप व अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं वह घोर अनुचित है।” इसी ट्वीट में मायावती ने नसीहत दी “जनता में भ्रम व सेना के लिए मुश्किलें पैदा करने वाली संकीर्ण राजनीति तुरन्त बंद हों।”
1. केन्द्र की अग्निपथ नई सैन्य भर्ती स्कीम देश की सुरक्षा व फौजी के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान से जुडी होने के बावजूद भाजपा नेतागण जिस प्रकार से अनाप-शनाप व अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं वह घोर अनुचित। जनता में भ्रम व सेना के लिए मुश्किलें पैदा करने वाली संकीर्ण राजनीति तुरन्त बंद हों।
— Mayawati (@Mayawati) June 20, 2022
बसपा प्रमुख ने अपने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा “ देश को अचंभित करने वाली नई सैन्य भर्ती योजना ‘अग्निपथ’ , सरकार द्वारा नोटबन्दी व तालाबन्दी आदि की तरह ही, अचानक व काफी आपाधापी में थोपी जा रही है, जिससे प्रभावित होने वाले करोड़ों युवा व उनके परिवार वालों में खासा आक्रोश है। सरकार इनके प्रति भी अहंकारी रवैये से बचे।”
गौरतलब है कि केन्द्र सरकार ने 14 जून को ‘अग्निपथ योजना’ की घोषणा की जिसके तहत साढ़े 17 साल से 21 साल तक के युवाओं को चार साल के लिए सेना में भर्ती किया जाएगा और उनमें से 25 फीसदी सैनिकों को अगले 15 और साल के लिए सेना में रखा जाएगा। हालांकि बाद में सरकार ने 2022 में भर्ती के लिए अधिकतम आयु सीमा को बढ़ाकर 23 साल कर दिया। इस नयी योजना के तहत भर्ती रंगरूटों को ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा।