जम्मू कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को हुए आतंकी हमले में अब तक 49 जवान शहीद हो चुके हैं। आतंकी हमले के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को पूरे हाई अलर्ट पर कर दिया गया है। दिल्ली के पाकिस्तान उच्चायोग के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। दिल्ली मेट्रो स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्थाएं और भी बढ़ा दी गई है। दिल्ली के वीआईपी इलाके को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
इस घटना के बाद कांग्रेस ने कहा है कि वो दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करेंगे। शहीद हुए जवानों के शव पहले दिल्ली लाए जाएंगे। जहां जवानों के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी जाएगी। देश के अमर जवानों के शवों को लाने के लिए इंडियन एयरफोर्स सी-17 ट्रांस्पोर्टर एयरक्राफ्ट हाल ही में हिंडन एयरबेस से श्रीनगर के लिए रवाना हुआ है।
पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने उठाया ये कदम
पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए पाकिस्तान को दिए गए मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस लेने का फैसला लिया है। गुरुवार को कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के कम से कम 40 जवान शहीद हो गये। सीआरपीएफ के 40 से ज्यादा जवान घायल हैं जिनमें से आधे से ज्यादा की हालत नाजुक बतायी जा रही है।
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार (14 फरवरी) को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) पर आत्मघाती हमले के बाद शुक्रवार को दिल्ली मे केंद्रीय मंत्रिमंडल की सुरक्षा की समिति (CCS) बड़ी बैठक हुई। यह बैठक देश की सुरक्षा स्थिति पर विचार विमर्श किया गया।
सूत्रों ने बताया कि यह बैठक शुक्रवार को सुबह सवा नौ बजे शुरू हुई सीसीएस की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी े की और रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, विदेश मंत्री एवं वित्त मंत्री इसमें शामिल हुए हैं। सीसीएस सुरक्षा एवं सामरिक मामलों पर निर्णय करती है।
गुरुवार की दोपहर कश्मीर में अब-तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले में अब तक 49 जवानों के शहीद हुए हैं। इस आतंकवादी हमले में 40 से ज्यादा जवान घायल हुए हुए हैं। शहीदों की संख्या और बढ़ने की आशंका है। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार सीआरपीएफ की बसों पर आतंकवादियों ने निशाना बनाया और उन्हें आईईडी से उड़ा दिया।