सपा ने महाराष्ट्र के बाद झारखंड में उतारे 21 प्रत्याशी, गठबंधन के तहत नहीं मिली हिस्सेदारी, अब अकेले लड़ेंगे चुनाव
By राजेंद्र कुमार | Published: November 3, 2024 06:48 PM2024-11-03T18:48:18+5:302024-11-03T19:31:42+5:30
झारखंड में सपा के प्रभारी व्यासजी गोंड ने अखिलेश यादव के इस फैसले को मजबूरी का फैसला बताया है। उनका कहना है कि इंडिया गठबंधन के नेताओं ने सीटों के तालमेल को लेकर सपा के प्रस्ताव को उचित सम्मान नहीं दिया है।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव को झारखंड में भी इंडिया गठबंधन से चुनाव लड़ने के मांगी गई सीटें नहीं मिली। ऐसे में अखिलेश यादव ने झारखंड में अकेले ही चुनाव लड़ने का फैसला करते हुए 21 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी उतार दिए। झारखंड में सपा के प्रभारी व्यासजी गोंड ने अखिलेश यादव के इस फैसले को मजबूरी का फैसला बताया है। उनका कहना है कि इंडिया गठबंधन के नेताओं ने सीटों के तालमेल को लेकर सपा के प्रस्ताव को उचित सम्मान नहीं दिया है।
मध्य प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में भी सपा के साथ ऐसा ही व्यवहार किया गया। इस वजह से अब पार्टी ने अपने दम पर झारखंड की 21 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। अब इसी तर्ज पर पार्टी देश के अन्य राज्यों में भी उन सीटों पर अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में खड़े करेंगी, जिन पर पार्टी का मजबूत आधार होगा।
सपा अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष व्यासजी गोंड झारखंड में इंडिया गठबंधन से चुनाव लड़ने के लिए सीटें ना मिलने से खासे दुखी हैं। उनका कहना है कि झारखंड में कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) से सीटों के बंटवारे पर कई दौर की वार्ता हुई, परन्तु सपा को मांगी गई सीटें देने से इंकार किया गया। जबकि शुरुआती दौर में इंडिया गठबंधन ने नेताओं से सपा को कुछ सीटें देने पर सहमति जताई थी।
फिर झामुमो के नेताओं ने कहा कि कांग्रेस के कोटे में से सपा सीट ले। इस पर कांग्रेस के नेताओं से बात की तो उसने भी कह दिया कि उसे अपने कोटे से राजद को सीटें देनी पड़ रही हैं। इस टालमटोल के चलते झारखंड में भी सपा को इंडिया गठबंधन से एक भी सीट चुनाव लड़ने के लिए नहीं मिली। इसी के बाद अखिलेश यादव ने पहले चरण की 11 सीटों गढ़वा, बरही, मनिका, हुसैनाबाद, भनवाथपुर, छतरपुर, विश्रामपुर, जमशेदपुर, बरकट्ठा, बड़कागांव और कांके में प्रत्याशी खड़े करने का फैसला किया।
इसके अलावा उन्होने दूसरे चरण की 10 सीटों पाकुड़, महेशपुर, जरमुंडी, राजमहल, बोरयो, सारठ, जमुआ, निरसा, टुंडी और बाघमारा में भी चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के नामों पर अपनी मोहर लगा दी. अखिलेश यादव के इस फैसले को लेकर सपा के झारखंड प्रभारी गोंड का कहना है कि झारखंड में भी सपा को इस बार सफलता मिलेगी. जिन 21 सीटों पर सपा चुनाव लड़ रही है उनमें से की पांच सीटों पर उसकी जीत सुनिश्चित है.
महाराष्ट्र में 10 सीटों पर सपा मैदान में :
झारखंड की तरह ही महाराष्ट्र में भी सपा अब तक 10 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार चुकी है। महाराष्ट्र में सपा ने इंडिया गठबंधन से 12 सीटें मांगी थी, लेकिन उसे मांगी गई सीटें नहीं मिली। गठबंधन से सपा को उसकी जीती हुई दो सीटों की दिए जाने पर सहमति बनी। ऐसे में महाराष्ट्र की पांच सीटों पर अखिलेश यादव ने चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया।
इसके बाद भी इंडिया गठबंधन ने नेताओं ने महाराष्ट्र में सपा को चुनाव लड़ने के लिए सीटें देने में रुचि नहीं दिखाई तो अखिलेश यादव ने पांच और सीटों पर चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। महाराष्ट्र की अब इस दस सीटों मानखुर्द शिवाजी नगर, भिवंडी पूर्व, मालेगांव मध्य, धुले शहर, भिवंडी पश्चिम, तुलजापुर, परांडा, औरंगाबाद पूर्व, भायखला पर सपा ने अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतार दिए हैं।
सपा के प्रधान प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी का कहना है कि जल्दी ही अखिलेश यादव महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव प्रचार करने जाएंगे. उनका चुनाव प्रचार का कार्यक्रम तैयार हो रहा है।