नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय यात्रा पर शुक्रवार को बांग्लादेश के लिए रवाना हो गए जहां वह दोनों देशों के बीच सहयोग को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने विमान में सवार मोदी की एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ढाका के लिए रवाना ।
अपनी बांग्लादेश यात्रा के दौरान वह हमारे मित्रवत पड़ोसी के साथ सहयोग को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।" प्रधानमंत्री ने बृहस्पतिवार को कहा था कि वह यात्रा के दौरान बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने खुशी जताई कि कोविड-19 महामारी की शुरुआत के बाद उनका पहला विदेशी दौरा एक करीबी पड़ोसी देश में होगा, जिसके साथ भारत के गहरे संबंध हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी के बांग्लादेश यात्रा से पहले बंग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बृहस्पतिवार को अपने देश के लोगों से आग्रह किया कि वे आपसी मतभेदों को दूर करें और एक ‘‘समृद्ध एवं गैर-सांप्रदायिक’’ बांग्लादेश के लिए काम करें। हसीना ने देश की स्वतंत्रता की स्वर्ण जयंती की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि बांग्लादेश के लोगों को राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के सपनों के अनुरूप एवं 1971 के स्वतंत्रता संग्राम से प्रेरित होकर राष्ट्र निर्माण के अपने प्रयासों को नया स्वरूप देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश के भीतर और बाहर स्वतंत्रता विरोधी ताकतों ने बांग्लादेश की प्रगति में अड़ंगा लगाने के लिए अनेक षड्यंत्र किए हैं। हसीना ने कहा, ‘‘ये (षड्यंत्र) अब भी जारी हैं, इसलिए हम सभी को सतर्क रहना होगा और देशविरोधी गतिविधियों का मुकाबला करना होगा।’’ उल्लेखनीय है कि 1971 में भारत की मदद से लड़े गए बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में जीत के बाद पाकिस्तान से अलग होकर बांग्लादेश एक अलग देश के रूप में अस्तित्व में आया था। हसीना ने कहा, ‘‘हमें सभी मतभेदों को भुला देना चाहिए और एक ‘‘समृद्ध एवं गैर-सांप्रदायिक’’ बांग्लादेश के लिए काम करना चाहिए।’’