श्रीनगर में 14 साल बाद बीएसएफ की तैनाती की गई, जानिए क्या है मकसद
By भाषा | Updated: February 23, 2019 23:01 IST2019-02-23T23:01:50+5:302019-02-23T23:01:50+5:30
सरकार ने अलगाववादियों के खिलाफ भी बड़ा अभियान चलाया है और 150 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया। इनमें खासकर जमात-ए-इस्लामी जम्मू-कश्मीर शामिल है।

श्रीनगर में 14 साल बाद बीएसएफ की तैनाती की गई, जानिए क्या है मकसद
पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों की शहादत के बाद केंद्र सरकार ने श्रीनगर में 14 साल बाद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को तैनात किया है। अधिकारियों ने बताया कि केंद्र सरकार ने बीएसएफ की 100 अतिरिक्त कंपनियां जम्मू-कश्मीर बुलवा ली है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के सूत्रों ने दिल्ली में बताया कि बीएसएफ की 35 सहित इस अर्धसैनिक बल की 100 कंपनियां लोकसभा चुनाव से पहले के नियमित अभ्यास के तहत तैनात की जा रही हैं।
अधिकारियों ने यहां कहा कि बीएसएफ 14 साल के बाद घाटी में वापस बुलाई गई है।
उन्होंने कहा कि बीएसएफ को 2016 में हुई अशांति के समय अस्थायी तौर पर एक हफ्ते के लिए कश्मीर में तैनात किया गया था, लेकिन उसे तुरंत वहां से हटा लिया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि पुलवामा हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति के बीच यह तैनाती की गई है।
सरकार ने अलगाववादियों के खिलाफ भी बड़ा अभियान चलाया है और 150 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया। इनमें खासकर जमात-ए-इस्लामी जम्मू-कश्मीर शामिल है। इस संगठन के मुखिया अब्दुल हमीद फयाज को भी हिरासत में लिया गया है।
संविधान के अनुच्छेद 35-ए पर उच्चतम न्यायालय में होने वाली सुनवाई से पहले यह कार्रवाई की गई है।
अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ श्रीनगर में चार और बडगाम जिले में एक जगह तैनात की गई है। सीआरपीएफ की जगह बीएसएफ की तैनाती हुई है।
उन्होंने बताया कि इस कदम का मकसद घाटी में कानून-व्यवस्था दुरुस्त करना है।
उन्होंने कहा, ‘‘बीएसएफ आईटीबीपी की कंपनियों के साथ मिलकर कश्मीर क्षेत्र में तैनात सीआरपीएफ की कंपनियों से स्थिर गार्ड ड्यूटी संभालेगी।’’