अफगानिस्तान के कंधार प्रांत में कवरेज के लिए गए भारतीय फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी की हत्या कर दी गई। अफगानिस्तान में जारी झड़पों के दौरान शुक्रवार को सिद्दीकी की हत्या कर दी गई। सिद्दीकी हिंसाग्रस्त अफगानिस्तान में कवरेज के लिए गए थे। उनकी हत्या कंधार के स्पिन बोल्डक इलाके में की गई।
दानिश सिद्दीकी अंतरराष्ट्रीय एजेंसी रॉयटर के पत्रकार थे और उनकी गिनती दुनिया के बेहतरीन फोटो पत्रकारों में की जाती थी। दानिश पिछले कुछ समय से अफगानिस्तान में जारी हिंसा को कवर कर रहे थे। उन्होंने अफगानिस्तान से जुड़े फोटो और वीडियो शेयर किए थे और बताया था कि वहां पर आखिर क्या हो रहा है। इससे पहले भी उनके काफिले पर हमला हुआ था। उन्होंने उन हमलों के वीडियो भी साझा किए थे।
रॉयटर के पत्रकार ने दो दिन पहले अफगानिस्तान और पाकिस्तान के सीमावर्ती शहरों के बारे में लिखा था और बताया था कि तालिबान ने इस इलाके में हिंसा को अंजाम दिया है।
पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित पत्रकार
दानिश सिद्दीकी को साल 2018 में प्रतिष्ठित पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। रोहिंग्या मामले में कवरेज के लिए उन्हें इस पुरस्कार के लिए चुना गया था। दानिश ने पहले टीवी जर्नलिस्ट के रूप में शुरुआत की थी और फिर फोटो जर्नलिस्ट बन गए।
तालिबान का बढ़ रहा है असर
अमेरिकी सेना की विदाई के बाद से अफगानिस्तान के हालात लगातार बद से बदतर होते जा रहे हैं। तालिबान धीरे-धीरे अफगानिस्तान में अपना वर्चस्व बढ़ा रहा है। इसके चलते लगातार हिंसा का दौर चल रहा है। यहां तक की कई अफगान सैनिक भी तालिबान में शामिल हो चुके हैं। ऐसे वक्त में दुनिया भर के पत्रकार स्थिति पर नजर रखने के लिए अफगानिस्तान में मौजूद हैं।