अफगानिस्तान में भारतीय फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीकी की हत्या, पुलित्जर पुरस्कार से किया गया था सम्मानित
By अभिषेक पारीक | Updated: July 16, 2021 14:21 IST2021-07-16T13:50:49+5:302021-07-16T14:21:53+5:30
अफगानिस्तान के कंधार प्रांत में कवरेज के लिए गए भारतीय फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी की हत्या कर दी गई। अफगानिस्तान में जारी झड़पों के दौरान शुक्रवार को सिद्दीकी की हत्या कर दी गई।

दानिश सिद्दीकी। (फोटोः ट्विटर)
अफगानिस्तान के कंधार प्रांत में कवरेज के लिए गए भारतीय फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी की हत्या कर दी गई। अफगानिस्तान में जारी झड़पों के दौरान शुक्रवार को सिद्दीकी की हत्या कर दी गई। सिद्दीकी हिंसाग्रस्त अफगानिस्तान में कवरेज के लिए गए थे। उनकी हत्या कंधार के स्पिन बोल्डक इलाके में की गई।
दानिश सिद्दीकी अंतरराष्ट्रीय एजेंसी रॉयटर के पत्रकार थे और उनकी गिनती दुनिया के बेहतरीन फोटो पत्रकारों में की जाती थी। दानिश पिछले कुछ समय से अफगानिस्तान में जारी हिंसा को कवर कर रहे थे। उन्होंने अफगानिस्तान से जुड़े फोटो और वीडियो शेयर किए थे और बताया था कि वहां पर आखिर क्या हो रहा है। इससे पहले भी उनके काफिले पर हमला हुआ था। उन्होंने उन हमलों के वीडियो भी साझा किए थे।
Danish Siddiqui, a Reuters photojournalist, was killed in clashes in Spin Boldak district in Kandahar, sources confirmed.
— TOLOnews (@TOLOnews) July 16, 2021
The Indian journalist was covering the situation in Kandahar over the last few days. pic.twitter.com/VdvIRGAEa3
रॉयटर के पत्रकार ने दो दिन पहले अफगानिस्तान और पाकिस्तान के सीमावर्ती शहरों के बारे में लिखा था और बताया था कि तालिबान ने इस इलाके में हिंसा को अंजाम दिया है।
THREAD.
Afghan Special Forces, the elite fighters are on various frontlines across the country. I tagged along with these young men for some missions. Here is what happened in Kandahar today while they were on a rescue mission after spending the whole night on a combat mission. pic.twitter.com/HMTbOOtDqN
— Danish Siddiqui (@dansiddiqui) July 13, 2021
THREAD.
Afghan Special Forces, the elite fighters are on various frontlines across the country. I tagged along with these young men for some missions. Here is what happened in Kandahar today while they were on a rescue mission after spending the whole night on a combat mission. pic.twitter.com/HMTbOOtDqN
पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित पत्रकार
दानिश सिद्दीकी को साल 2018 में प्रतिष्ठित पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। रोहिंग्या मामले में कवरेज के लिए उन्हें इस पुरस्कार के लिए चुना गया था। दानिश ने पहले टीवी जर्नलिस्ट के रूप में शुरुआत की थी और फिर फोटो जर्नलिस्ट बन गए।
तालिबान का बढ़ रहा है असर
अमेरिकी सेना की विदाई के बाद से अफगानिस्तान के हालात लगातार बद से बदतर होते जा रहे हैं। तालिबान धीरे-धीरे अफगानिस्तान में अपना वर्चस्व बढ़ा रहा है। इसके चलते लगातार हिंसा का दौर चल रहा है। यहां तक की कई अफगान सैनिक भी तालिबान में शामिल हो चुके हैं। ऐसे वक्त में दुनिया भर के पत्रकार स्थिति पर नजर रखने के लिए अफगानिस्तान में मौजूद हैं।