दिल्ली में यूएनएचसीआर कार्यालय के सामने अफगान शरणार्थियों ने किया विरोध प्रदर्शन
By भाषा | Updated: August 23, 2021 19:15 IST2021-08-23T19:15:49+5:302021-08-23T19:15:49+5:30

दिल्ली में यूएनएचसीआर कार्यालय के सामने अफगान शरणार्थियों ने किया विरोध प्रदर्शन
तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान में गहराते संकट के बीच भारत में बड़ी संख्या में अफगान शरणार्थियों ने सोमवार को यहां यूएनएचसीआर कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया और संयुक्त राष्ट्र एजेंसी से बेहतर अवसरों के वास्ते दूसरे देशों में प्रवास करने के लिए ‘‘समर्थन पत्र’’ जारी करने की मांग की। दिल्ली और आस-पास के शहरों से आए सैकड़ों प्रदर्शनकारी सुबह से ही वसंत विहार में शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) कार्यालय के सामने एकत्रित होने लगे। प्रदर्शनकारियों में महिलाएं भी थीं। प्रदर्शनकारियों ने 'हमें भविष्य चाहिए', 'हमें न्याय चाहिए', 'अब और खामोशी नहीं' जैसे नारे लगाए और ताली बजाकर एक-दूसरे का उत्साह बढ़ाया। कुछ लोग ‘यूएन जिनेवा हेल्प अफगान रिफ्यूजी’ और ‘सभी अफगान शरणार्थियों के लिए रेजिडेंट वीजा जारी करें’ जैसे संदेश वाले बैनर लिए हुए थे। अफगान सॉलिडेरिटी कमेटी (एएससी) द्वारा प्रदर्शन आयोजित किया गया और प्रदर्शनकारी दोपहर तक नारे लगा रहे थे। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व करने वाले व्यक्ति ने कहा कि विरोध प्रदर्शन कम से कम दो-तीन दिनों तक जारी रहेगा। प्रदर्शनकारी दिल्ली के लाजपत नगर, भोगल, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद सहित अन्य जगहों से आए। कमेटी के प्रमुख अहमद जिया गनी ने कहा कि भारत में लगभग 21,000 अफगान शरणार्थी हैं, जिनमें से केवल 7,000 के पास वैध दस्तावेज (ब्लू पेपर) या कार्ड हैं। उन्होंने कहा, ‘‘भारत में अफगानों का जीवन बहुत अच्छा नहीं है, और शायद ही कोई अवसर है। हमें किसी तीसरे देश में जाने तथा अपने और अपने बच्चों के लिए बेहतर भविष्य की तलाश करने का अवसर क्यों नहीं मिलना चाहिए। यूएनएचसीआर को हमारी अपील पर विचार करना चाहिए, समर्थन पत्र जारी करना चाहिए और यहां तक कि पुराने मामलों पर फिर से गौर करना चाहिए।’’ एएससी के प्रदर्शनकारियों ने अपना विरोध दर्ज कराने के लिए नीले रंग की पट्टी पहनी हुई थी, जबकि महिलाओं और बच्चों ने देश के गीत गाये।
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