डिब्रूगढ़ (असम), 27 दिसंबर ऑल असम स्टुडेंट्स यूनियन (आसू) ने कथित तौर पर यहां उसके कार्यालय में जबरन पुलिस के प्रवेश करने, उसके सदस्यों को साथ ले जाने और दुर्व्यवहार करने के खिलाफ सोमवार को राज्य सरकार में मंत्री अतुल बोरा और डिब्रूगढ़ के पुलिस अधीक्षक (एसपी) का पूतला फूंका। बोरा डिब्रूगढ़ के प्रभारी मंत्री हैं।
संगठन ने आसू के डिब्रूगढ़ जिला कार्यालय में बनी ‘शहीद बेदी’ का भी दूध से ‘शुद्धिकरण किया जहां से पुलिस ने कथित तौर पर उसके 11 सदस्यों को उठाया था और बाद में उनमें से पांच की गिरफ्तारी दिखाई थी।
आसू के डिब्रूगढ़ इकाई के महासचिव अबोनी गोगोई ने दावा किया, ‘‘डिब्रूगढ़ के पुलिस अधीक्षक श्वेतांक मिश्रा ने आसू के कार्यालय पर पुलिस को भेजा जिन्होंने बिना किसी कारण हमारे सदस्यों को उठाया और पुलिस थाने में दुर्व्यवहार किया। पुलिस यहां आई और कंप्यूटर पढ़ने आए निर्दोष लड़कों को अपने साथ ले गई।’’
मंत्री और एसपी का पूतला आसू के कार्यालय के नजदीक चौकीडिंघी पर जलाया गया।
गोगोई ने आरोप लगाया कि ‘‘आसू के कार्यालय में दाखिल पुलिस ने ‘शहीद वेदी’ पर पैर रखकर हमारे शहीदों का अपमान किया। पहली बार पुलिस आसू के कार्यालय में दाखिल हुई। हम मुख्यमंत्री से मामले में हस्तक्षेप की मांग करते हैं।’’
वहीं, पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘‘हमारे पास सभी सबूत हैं जिनके आधार पर आसू के नेताओं की गिरफ्तारी की गई है।
उल्लेखनीय है कि 24 दिसंबर को डिब्रू कॉलेज में छात्र संघ के चुनाव के बाद आसू और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी)के सदस्यों में झड़प हुई थी।
एबीवीपी ने छात्र संघ के 13 पदों में पर जीत दर्ज की थी और भगवा समूह जब जीत का जश्न मना रहा था तभी दोनों गुटों में झड़प हुई थी।
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