अहमदाबाद, तीन जनवरी आम आदमी पार्टी (आप) ने रविवार को कहा कि वह गुजरात में आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करेगी और पार्टी ने 504 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की।
पार्टी ने भरोसा जताया है कि वह राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा का मजबूत विकल्प बनकर उभरेगी।
‘आप’ की प्रवक्ता एवं दिल्ली में विधायक आतिशी ने गुजरात में नगर पालिकाओं, नगर निगमों, जिला और तालुका पंचायतों जैसे स्थानीय निकाय चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की। ये चुनाव संभवत: फरवरी में होंगे।
आतिशी ने कहा, ‘‘ ‘आप’ राज्य में पहली बार स्थानीय निकाय चुनाव में सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसी के साथ, पार्टी भाजपा के मजबूत विकल्प के रूप में गुजरात की चुनावी राजनीति में प्रवेश करेगी। ‘आप’ भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए काम करेगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ ‘आप’ गुजरात में केवल स्थानीय निकाय चुनाव ही नहीं, बल्कि विधानसभा चुनाव और अन्य चुनाव भी लड़ेगी। गुजरात के लोग विकल्प चाहते हैं।’’
उन्होंने दावा किया कि ‘आप’ लोगों की मांग पर राज्य की चुनावी राजनीति में प्रवेश कर रही है।
आतिशी ने भाजपा पर डराने और प्रलोभन देने की राजनीति करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘‘यदि देश में ऐसा कोई नेता है, जो भाजपा से डरता नहीं है, तो वह अरविंद केजरीवाल हैं और यदि कोई ऐसी पार्टी है, जिसे भाजपा डरा नहीं सकती या प्रलोभन नहीं दे सकती, तो वह ‘आप’ है।... हम, अरविंद केजरीवाल के सिपाही, सच्चाई के लिए लड़ना जारी रखेंगे।’’
आतिशी ने कहा कि सूची कुछ सप्ताह पहले जारी की जा रही है, क्योंकि उम्मीदवारों को घर-घर जाकर प्रचार करना होगा।
‘आप’ नेता ने कहा कि पार्टी ने एक ई-मेल पता उपलब्ध कराया है, ताकि यदि लोगों को किसी उम्मीदवार के खिलाफ शिकायत करनी हो, तो वे इसे दर्ज करा सकें।
आतिशी ने कहा, ‘‘हमने तीन सी-करप्शन (भ्रष्टाचार), क्रिमिनलिटी (अपराध) और कैरेक्टर (चरित्र) की बात की है।’’
उन्होंने कहा कि यदि कोई उम्मीदवार इन मापदंडों को लेकर सवालों के घेरे में आता है, तो ‘आप’ उस उम्मीदवार को बदल देगी।
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी किसी भ्रष्ट व्यक्ति को उम्मीदवार नहीं बनाएगी।
आप की गुजरात इकाई के नवनियुक्त प्रमुख गोपाल इटालिया ने बताया कि जिन 504 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की गई है, उनमें 31 प्रतिशत महिलाएं हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह पहली सूची है और हम जल्द ही दूसरी सूची जारी करेंगे। हम सभी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। हमारे मुद्दे शिक्षा, स्वास्थ्य एवं भ्रष्टाचार से संबंधित हैं। हम चाहते हैं कि गुजरात में भ्रष्टाचार पूरी तरह समाप्त हो जाए।’’
गुजरात में नवंबर, 2019 में ये स्थानीय निकाय चुनाव होने थे, लेकिन कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण इन्हें तीन महीने के लिए स्थगित कर दिया गया था।
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