नयी दिल्ली, 24 दिसंबर केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के जारी आंदोलन के बीच एक सप्ताह पहले कनाडा से भारत आया एक शख्स लंबे समय तक यहीं रहना चाहता है, क्योंकि उसे लगता है कि प्रदर्शन में हिस्सा लेना चाहिए।
पिछले 30 साल से टोरंटो में कारोबार कर रहे गुरबक्श सिंह ने कहा कि वह कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में शामिल होने के लिए पिछले सप्ताह भारत आए थे।
उन्होंने कहा कि नए कानूनों से हजारों किसान परिवारों के ‘भूमि के मालिकाना हक के गंवाने का खतरा मंडरा रहा है।’
मूल रूप से पंजाब के नवांशहर के रहने वाले सिंह ने कहा, ‘‘मैंने अगले सप्ताह वापसी के लिए टिकट बुक कराया था लेकिन यह सब चीजें देखकर मैं लंबे समय तक यहीं रहने पर विचार कर रहा हूं।’’
नवांशहर में अपने पैतृक घर से सिंह कुछ दिनों के अंतराल पर प्रदर्शनकारी किसानों का साथ देने सिंघू बॉर्डर आते हैं। उन्होंने कहा कि ‘‘देश के नागरिकों के साथ जो अन्याय हो रहा है’’ उसके खिलाफ प्रदर्शन में हिस्सा लेना चाहिए।
किसान संगठनों और सरकार के बीच कई कई दौर की बातचीत होने के बावजूद मुद्दे का समाधान नहीं निकल पाया है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।