पटना के नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी (एनओयू) का 12वां दीक्षा समारोह मंगलवार को सम्राट अशोक कंवेंशन सेंटर के बापू सभागार में आयोजित किया गया। वहीं, 98 वर्षीय विद्यार्थी राजकुमार वैश्य आकर्षण का केंद्र रहे। उन्हें इस समारोह में अर्थशास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के लिए डिग्री प्रदान की गई। समारोह में मुख्य अतिथि मेघालय के राज्यपाल गंगा प्रसाद और कुलाधिपति सह राज्यपाल सत्य पाल मलिक मौजूद रहे।
इस दौरान राजकुमार वैश्य को डिग्री देने के बाद विश्वविद्यालय की ओर से कहा गया कि आप युवा पीड़ी को क्या संदेश देना चाहेंगे। इस पर उन्होंने छात्रों से कहा कि हमेशा कोशिश करते रहें।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में जन्मे वैश्य ने आगरा विश्वविद्यालय से 1938 में ग्रेजुएशन की परीक्षा पास की थी और 1940 में कानून की डिग्री हासिल की थी। इसके बाद पारिवारिक जिम्मदारी के चलते उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएशन कर पाया था। वह अपनी पत्नी के साथ पहले बरेली में रहते थे, लेकिन बाद में पटना रहने चले गए, क्योंकि उनकी देखभाल के लिए वहां कोई नहीं था।
एनओयू की ओर से बताया गया था वैश्य एमए की परीक्षा निर्धारित 3 घंटे की परीक्षा दी है। वह अंग्रेजी में लिखते थे और सभी परीक्षाओं में करीब दो दर्जन से ज्यादा शीट का प्रयोग करते थे. वैश्य को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड ने भी पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए आवेदन करने वाले सबसे उम्रदराज शख्स के रूप में मान्यता दी।
प्रथम श्रेणी में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले पीजी के विद्यार्थियों को उपाधि के साथ गोल्ड मेडल देंगे। इसके साथ ही 22,100 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की जाएगी। जो विद्यार्थी उपस्थित नहीं हो पाएंगे वे बाद में कार्यालय से अपनी उपाधि प्राप्त कर सकते हैं।