MP: होमवर्क पूरा न करने पर टीचर ने छठवीं की छात्रा को जड़वाए 168 थप्पड़, अस्पताल में भर्ती
By रामदीप मिश्रा | Updated: January 28, 2018 09:39 IST2018-01-28T09:37:45+5:302018-01-28T09:39:02+5:30
छात्रा की पिटाई की शिकायत स्कूल के प्रधानाचार्य और पुलिस को लिखित में दी गई है। वही, मामला सामने आने के बाद स्कूल प्रधानाचार्य ने शिक्षक की इस हरकत को फ्रेंडली सजा बताया है।

MP: होमवर्क पूरा न करने पर टीचर ने छठवीं की छात्रा को जड़वाए 168 थप्पड़, अस्पताल में भर्ती
मध्यप्रदेश में हैरान कर देने वाली तस्वीर सामने आई है, जहां एक स्कूल टीचर ने छठी कक्षा की छात्रा को होमवर्क न करने पर 168 थप्पड़ लगवाए, जिसके बाद छात्रा की तबीयत बिगड़ गई। मामला सामने आने के बाद परिजनों ने शिकायत स्कूल के प्रधानाचार्य और पुलिस थाने में लिखित रूप में दर्ज करवाई है।
यह घटना प्रदेश के झाबुआ जिले के थांदला तहसील मुख्यालय स्थित जवाहर नवोदय आवासीय विद्यालय की है। यहां टीचर के आदेश पर छात्रा को 6 दिनों में 168 बार थप्पड़ लगावाए गए।
खबरों के अनुसार, पीड़ित छात्रा के पिता कहना है कि उनकी बेटी पिछले कई दिनों से बीमार चल रही थी इसलिए वो स्कूल का दिया हुआ होमवर्क पूरा नहीं कर सकी। जब उसकी तबीयत ठीक हुई तो वह 11 जनवरी को स्कूल पहुंची। इस दौरान विज्ञान विषय के टीचर होमवर्क पूरा नहीं होने की वजह से भड़क गए और उन्होंने कक्षा की अन्य 14 लड़कियों से बीते 11 से 16 जनवरी तक हर रोज बेटी को 2-2 थप्पड़ लगवाए।
उन्होंने बताया कि टीचर द्वारा करवाई गई पिटाई से उनकी बेटी फिर से बीमार हो गई। वह इस समय बहुत ही डरी हुई है और दोबारा स्कूल नहीं जाना चाहती है। उन्होंने कहा कि मैंने जब बेटी से स्कूल न जाने का कारण पूछा तो उसने हमें पूरी हकीकत बताई। उसकी आपबीती सुनकर मेरे होश उड़ गए।
उन्होंने बताया कि इस मामले की शिकायत स्कूल के प्रधानाचार्य और पुलिस को लिखित में दी गई है। वही, मामला सामने आने के बाद स्कूल प्रधानाचार्य ने शिक्षक की इस हरकत को फ्रेंडली सजा बताया है और छात्रा के परिजनों से बात करने को कहा है।
इधर, जिलाधिकारी आशीष सक्सेना का कहना है उन्हें इस मामले की खबर मिली है और पता करने पर स्कूल की अन्य छात्राओं ने इसकी पुष्टि भी कर दी है। अब मामले की जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी।
बाते दें कि छात्रा इस समय सरकारी अस्पताल में भर्ती है, जहां उसका उसका उपचार किया जा रहा है।