नयी दिल्ली, 30 सितंबर सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश की वयस्क आबादी में से 69 प्रतिशत को कोविड-19 टीके की कम से कम एक खुराक, जबकि 25 प्रतिशत को दोनों खुराक लग चुकी है।
इसने यह भी कहा जनसंख्या के बढ़ते घनत्व ने भी कोविड-19 के प्रसार की गुंजाइश बढ़ाई है और अनावश्यक यात्रा टालना तथा त्योहार छोटे स्तर पर मनाना विवेकपूर्ण होगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कोविड-19 टीके की 64.1 प्रतिशत खुराक ग्रामीण इलाकों में दी गई, जबकि 35 प्रतिशत शहरी इलाकों में दी गई है।
उन्होंने कहा कि कुल 67.4 लाख खुराक (करीब 0.88प्रतिशत) उन टीकाकरण केंद्रों पर दी गई, जो ग्रामीण/शहरी के रूप में सूचीबद्ध नहीं किये गये हैं।
भूषण ने जोर देते हुए कहा कि प्रतिदिन की जाने वाली कोविड-19 जांच की संख्या नहीं घटी है और देश में प्रतिदिन 15-16 लाख जांच की जा रही है।
संक्रमण पुष्टि की दर घटने के संदर्भ में उन्होंने कहा कि साप्ताहिक संक्रमण दर लगातार 13 दिनों से तीन प्रतशित से कम है और सभी राज्यों को इसे और नीचे लाने की कोशिश करनी चाहिए।
भारतीय आयुविज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने त्योहारों पर की जाने वाली यात्रा के प्रति आगाह करते हुए इस बात का जिक्र किया कि यात्रा के चलते किसी इलाके में जनसंख्या घनत्व बढ़ने से स्थानीय आबादी में बाहर से आने वाले लोगों से संक्रमण फैलने की गुंजाइश बढ़ जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए, अनावश्यक यात्रा टालना और त्योहार छोटे पैमाने या स्तर पर मनना विवेकपूर्ण होगा।’’
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि पिछले हफ्ते सामने आए कोविड के कुल मामलों में 59.66 प्रतशित केरल से थे और राज्य में उपचाराधीन मरीजों की संख्या एक लाख से अधिक है।
उन्होंने कहा कि 15 जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण की साप्ताहिक संक्रमण दर पांच से 10 प्रतिशत के बीच है जबकि 30 जिलों में यह 10 प्रतिशत से अधिक है।
भूषण ने कहा कि 99 प्रतिशत स्वास्थ्य कर्मियों को टीके की पहली खुराक लग चुकी ह, जबकि 85 प्रतिशत को दोनेां खुराक दी जा चुकी है।
उन्होंने कहा, ‘‘अग्रिम मोर्चे के 100 प्रतिशत कर्मियों को पहली खुराक, जबकि 82 प्रतिशत को दोनों खुराक दी जा चुकी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘देश की वयस्क आबादी के 69 प्रतिशत को कोविड टीके की कम से कम एक खुराक और 25 प्रतिशत को दोनों खुराक दी जा चुकी है।’’
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा साझा किये गये आंकड़ों के मुताबिक एक महीने में दी गई औसत खुराक की संख्या मई के 19.69 लाख से बढ़ कर जून में 39.89 लाख और फिर जुलाई में 43.41 लाख और अगस्त में 59.19 लाख पहुंच गई।
भूषण ने कहा कि सितंबर में प्रतिदिन दी गई खुराक का औसत 79.08 लाख है।
यह पूछे जाने पर कि क्या दो अक्टूबर को एक विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा, भूषण ने कहा, ‘‘हम किसी विशेष दिन के लिए लक्ष्य निर्धारित नहीं करते, लेकिन प्रतिदिन हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में होने वाली प्रगति हम सार्वजनिक रूप से साझा करते हैं। ’’
डेंगू के टीके के बारे में आईसीएमआर महानिदेशक भार्गव ने कहा, ‘‘डेंगू टीका एक बहुत अहम एजेंडा है। हम इस पर सावधानी पूर्वक गौर कर रहे हैं। हम टीकों के परीक्षण के लिए कंपनियों के साथ करीबी रूप से काम कर रहे हैं। इनमें से कई कंपनियों ने भारत के बाहर पहले चरण का परीक्षण किया है। हम बहुत जल्द और भी परीक्षण करने की योजना बना रहे हैं। ’’
कोविड की बूस्टर खुराक पर उन्होंने कहा कि इस वक्त इस विषय पर गौर करने की जरूरत नहीं है।
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