ADR Report: 40 फीसदी सांसदों पर आपराधिक मामले हैं दर्ज, इस सूची में केरल शीर्ष पर
By रुस्तम राणा | Updated: September 12, 2023 16:47 IST2023-09-12T16:47:48+5:302023-09-12T16:47:48+5:30
डेटा सांसदों द्वारा अपना पिछला चुनाव लड़ने से पहले दायर किए गए हलफनामों से निकाला गया है। लगभग 194 (25%) सांसदों ने गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, महिलाओं के खिलाफ अपराध आदि से संबंधित मामले शामिल हैं।

ADR Report: 40 फीसदी सांसदों पर आपराधिक मामले हैं दर्ज, इस सूची में केरल शीर्ष पर
नई दिल्ली: एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और नेशनल इलेक्शन वॉच (एनईडब्ल्यू) द्वारा जारी एक नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, संसद के 763 सदस्यों (सांसदों) में से 306 (40 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं। यह डेटा सांसदों द्वारा अपना पिछला चुनाव लड़ने से पहले दायर किए गए हलफनामों से निकाला गया है। लगभग 194 (25%) सांसदों ने गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, महिलाओं के खिलाफ अपराध आदि से संबंधित मामले शामिल हैं।
लिस्ट में केरल टॉप पर
अपने स्व-शपथ हलफनामे में आपराधिक मामलों की घोषणा करने वाले सांसदों की सूची में केरल 73 फीसदी के साथ शीर्ष पर है, इसके बाद बिहार, महाराष्ट्र (57%) और तेलंगाना (50%) का स्थान है। बिहार (50%) में गंभीर आपराधिक मामलों वाले सांसदों का प्रतिशत सबसे अधिक है, इसके बाद तेलंगाना (9%), केरल (10%), महाराष्ट्र (34%) और उत्तर प्रदेश (37%) हैं।
पार्टी-वार आंकड़ें
पार्टी-वार आंकड़ों पर नजर डालें तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 385 सांसदों में से 139 (36%), कांग्रेस के 81 सांसदों में से 43 (53%), तृणमूल के 36 सांसदों में से 14 (39%) हैं। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के 6 में से 5 (83%) सांसद, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) या सीपीआई (एम) के 8 में से 6 (75%) सांसद, आम आदमी पार्टी के 11 सांसदों में से 3 (27%) सांसद, वाईएसआरसीपी के 31 सांसदों में से 13 (42%) सांसद और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के 8 सांसदों में से 3 (38%) ने हलफनामे में अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
32 सांसदों पर है 307 का मुकदमा
प्रस्तुत हलफनामे के अनुसार, 32 सांसदों ने 'हत्या के प्रयास' (आईपीसी धारा 307) के मामलों की घोषणा की है। 21 मौजूदा सांसदों ने महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामलों की घोषणा की है। उनमें से 4 सांसदों ने बलात्कार (आईपीसी धारा 376) से संबंधित मामलों की घोषणा की है।