धनबाद/रांची, चार जून कोविड-19 की वजह से लगे लॉकडाउन के कारण तमिलनाडु में फंसी झारखंड के दुमका की रहने वाली 36 महिलाएं अब झारखंड सरकार के सहयोग से वापस अपने घरों के लिए निकल पड़ी हैं और उनके जल्द ही अपने घर पहुंचने की उम्मीद है।
दुमका की उपायुक्त राजेश्वरी बी ने बताया कि तमिलनाडु में फंसी ये 36 महिलाएं राज्य के दुमका जिले के सुदूरवर्ती इलाके की रहने वाली हैं और अधिकतर तमिलनाडु में कपड़ा उद्योग में काम करती हैं लेकिन कोरोना काल में बंदी के चलते इनमें से अधिकांश की नौकरी चली गयी थी। उन्होंने बताया कि ये महिलाएं वहां परेशानी में थीं जिसकी सूचना मिलने पर उन्हें वापस यहां लाने की व्यवस्था की गयी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस सिलसिले में पूछे जाने पर मीडिया को बताया कि झारखंड की सरकार अपने यहां के श्रमिकों के हितों की रक्षा के लिए कटिबद्ध है और राज्य के लोग देश या विदेश कहीं भी कभी भी परेशानी में हों तो सरकार उनके साथ खड़ी मिलेगी।
राजेश्वरी बी ने बताया कि संकट में फंसी इन महिलाओं के बारे में पता चला तो तमिलनाडु के तिरुपपुर में फंसी इन महिलाओं को वापस यहां लाने के लिए व्यवस्था की गयी और एलेप्पी एक्सप्रेस ट्रेन से वह धनबाद पहुंच चुकी हैं और यहां से अब दुमका में अपने घरों के लिए निकल चुकी हैं।
धनबाद पहुंची इन महिलाओं ने बताया कि कोरोना के चलते तमिलनाडु में लागू लॉकडाउन में उन्हें 15 दिनों पूर्व नौकरी से हटा दिया गया और तभी से वह वहां फंसी हुई थीं लेकिन उन्हें भोजन और आश्रय की कठिनाई नहीं हुई।
अधिकारियों ने बताया कि धनबाद पहुंचने पर सभी महिलाओं की कोविड जांच की गयी जिसमें वह सभी स्वस्थ पायी गयीं लेकिन दुमका पहुंचने पर उनकी आरटीपीसीआर जांच भी की जायेगी जिसके बाद सभी को उनके घरों तक छोड़ने की व्यवस्था की गयी है।
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