रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को जलपोत आईएनएस नीलगिरी का जलावतरण करते हुए कहा कि राज्य प्रायोजित आतंकवाद एक बड़ी चुनौती है और ‘‘ दुश्मन पड़ोसी देश’’ भारत को अस्थिर करना चाहता है।
पी17ए श्रेणी के पहले जलपोत आईएनएस नीलगिरी को देश को समर्पित करने से पहले सिंह ने भारत की स्कॉर्पीन श्रेणी की दूसरी पनडुब्बी आईएनएस खंडेरी को नौसेना में शामिल किया था।
सिंह ने इस मौके पर कहा, ‘‘ हम आगे बढ़ रहे हैं और हमारे वाणिज्यिक हित व्यापक हो रहे हैं। इसके साथ ही हमारे खतरे भी बढ़ रहे हैं। हमें यह वास्तविकता समझने की जरूरत है।’’
आईएनएस नीलगिरी भारतीय नौसेना की सात नई ‘स्टील्थ फ्रिगेट’ में से पहली है, जो चकमा देने सहित हथियार और सेंसर जैसी प्रणालियों से लैस है। उन्होंने कहा, ‘‘ हमारा दुश्मन पड़ोसी देश हमें अस्थिर करना चाहता हैं। राज्य प्रायोजित आतंकवाद एक बड़ी चुनौती है। हमारी सरकार अडिग है और हम कड़े निर्णय लेने में कतराएंगे नहीं। अनुच्छेद 370 को हटाना उन निर्णयों में से एक है।’’ सिंह ने कहा, ‘‘ हमारा पूरी तरह मानना है कि यह जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विकास का एक नया दौर शुरू करेगा।
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख 31 अक्टूबर से केन्द्र शासित प्रदेश बन जाएंगे। रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत आज राष्ट्रों के उन विशिष्ट समूह से संबंधित है जो अपने स्वयं के विमान वाहक और रणनीतिक पनडुब्बियों का निर्माण कर रहे हैं। देश में वर्तमान में 49 जहाजों और पनडुब्बियों का निर्माण हो रहा है।