ताजमहल में शाहजहां के उर्स के तीसरे दिन चढ़ाई गयी 1331 मीटर लंबी चादर
By भाषा | Updated: March 12, 2021 22:35 IST2021-03-12T22:35:46+5:302021-03-12T22:35:46+5:30

ताजमहल में शाहजहां के उर्स के तीसरे दिन चढ़ाई गयी 1331 मीटर लंबी चादर
आगरा, 12 मार्च मुगल बादशाह शाहजहां के 366वें तीन दिवसीय उर्स के अंतिम दिन शुक्रवार को ताजमहल में शाहजहां की कब्र पर 1331 मीटर लंबी सतरंगी चादर चढ़ाई गयी।
उर्स में खुद्दाम-ए-रोजा कमेटी के अध्यक्ष ताहिरउद्दीन ताहिर आदि द्वारा 1331 मीटर लंबी चादर चढ़ाई गयी। उर्स के अवसर पर शुक्रवार को पूरे दिन ताजमहल में प्रवेश निशुल्क रहा, जिससे इस दौरान सैलानियों की भीड़ लगी रही।
शाहजहां के उर्स के तीसरे दिन सुबह से ही ताजमहल के तहखाने में स्थित शाहजहां व मुमताज की कब्रों को खोल दिया गया। सुबह फातिहा पढ़ा गया। इसके बाद कुलशरीफ हुआ और तवर्रूख बांटा गया। सुबह 10 बजे से कुरानख्वानी के बाद चादरपोशी का सिलसिला शुरू हो गया। ढोल-ताशों के साथ अकीदतमंदों ने ताजमहल में फूलों और कपड़ों की चादर चढ़ाई। मुख्य मकबरे पर कव्वालियां हुईं तथा रॉयल गेट पर शहनाई व नगाड़ा बजता रहा।
उर्स में मुख्य आकर्षण खुद्दाम-ए-रोजा कमेटी की सर्वधर्म सद्भाव की प्रतीक 1331 मीटर लंबी चादर रही। धर्मगुरुओं की उपस्थिति में दक्षिणी गेट स्थित हनुमान मंदिर से चादर चढ़ाई गयी।
यह चादर पहले ताजमहल के पश्चिमी गेट पहुंची और वहां से उसे स्मारक में लाया गया। इसके बाद चादर को दक्षिणी गेट की सीढ़ियों पर ले जाया गया। वहां से चादर रॉयल गेट, उद्यान होते हुए मुख्य मकबरे में तहखाने में स्थित शाहजहां की कब्र पर चढ़ाने को ले जाई गयी। यह चादर पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रही। अंत में देश में अमन-चैन और दुनिया से कोरोना वायरस संक्रमण के खात्मे की दुआ की गयी। शाम के समय लंगर बांटा गया।
इस संबंध में ताजमहल प्रभारी अमरनाथ गुप्ता ने बताया कि शाहजहां के उर्स के तीसरे और अंतिम दिन शुक्रवार को ताजमहल में स्थानीय लोगों और पर्यटकों का प्रवेश निशुल्क रहा। सुबह से ही लोगों की लंबी लाइन लगनी शुरू हो गयी। शाहजहां की कब्र पर 1331 मीटर सतरंगी चादर के अलावा अन्य छोटी-बड़ी कपड़े और फूलों की चादरें चढ़ाईं गयीं।
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