लाइव न्यूज़ :

13 दिसंबर : संसद पर कायराना आतंकी हमले का दिन

By भाषा | Updated: December 12, 2020 16:46 IST

Open in App

नयी दिल्ली, 12 दिसंबर 13 दिसंबर का दिन इतिहास में देश विदेश की कई बड़ी घटनाओं के साथ दर्ज है। 2001 में 13 अगस्त की सुबह आतंक का काला साया देश के लोकतंत्र की दहलीज तक आ पहुंचा था। देश की राजधानी के बेहद महफूज माने जाने वाले इलाके में शान से खड़ी संसद भवन की इमारत में घुसने के लिए आतंकवादियों ने सफेद रंग की एम्बेसडर का इस्तेमाल किया और सुरक्षाकर्मियों को गच्चा देने में कामयाब रहे, लेकिन उनके कदम लोकतंत्र के मंदिर को अपवित्र कर पाते उससे पहले ही सुरक्षा बलों ने उन्हें ढेर कर दिया।

13 दिसंबर का दिन आतंकवाद से जुड़ी एक अन्य घटना का भी गवाह है। 1989 में आतंकवादियों ने जेल में बंद अपने कुछ साथियों को रिहा कराने के लिए देश के तत्कालीन गृह मंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की पुत्री का अपहरण कर लिया था। सरकार ने 13 दिसंबर को आतंकवादियों की मांग को स्वीकार करते हुए उनके पांच साथियों को रिहा कर दिया।

देश दुनिया के इतिहास में 13 दिसंबर की तारीख में दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-

1232 : इल्तुतमिश ने ग्वालियर पर कब्जा किया।

1675 : सिख गुरू तेग बहादुर जी को दिल्ली में शहीद किया गया।

1772 : नारायण राव सतारा के पेशवा बने।

1921 : प्रिंस ऑफ वेल्स ने बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया।

1921 : वाशिंगटन सम्मेलन के दौरान अमेरिका, ग्रेट ब्रिटेन, जापान और फ्रांस के बीच फोर पॉवर संधि पर दस्तख्त। इसमें किसी बड़े सवाल पर दो सदस्यों में विवाद होने पर चारों देशों से सलाह करने का प्रावधान किया गया।

1937 : जापान की सेना ने चीन के साथ युद्ध के दौरान नानजिंग पर कब्जा कर लिया और नानजिंग नरसंहार को अंजाम दिया, जिसमें शायद तीन लाख से ज्यादा चीनियों को मौत के घाट उतार दिया गया।

1961 : भारत के दौरे पर आई इंग्लैंड की टीम के खिलाफ दिल्ली में खेले गए मैच से मंसूर अली ख़ान पटौदी ने अपने टेस्ट करियर की शुरूआत की ।

1977 : माइकल फरेरा ने राष्ट्रीय बिलियर्ड्स चैंपियनशिप में नये नियमों के तहत 1149 अंक का सर्वाधिक ब्रेक लगाया।

1989 : देश के पहले मुस्लिम गृह मंत्री मुफ़्ती मोहम्मद सईद की पुत्री को आतंकवादियों के चंगुल से छुड़ाने के लिए पांच आतंकवादियों को जेल से रिहा किया गया।

1995 : दक्षिण लंदन के ब्रिक्सटन में पुलिस हिरासत में एक अश्वेत व्यक्ति की मौत के बाद सैकड़ों श्वेत और अश्वेत युवक सड़कों पर उतर आए, उन्होंने तोड़फोड़ की और दुकानों तथा कारों को आग लगा दी।

2001: भारतीय संसद भवन की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में सेंध लगाकर बंदूकधारियों के एक गिरोह ने नयी दिल्ली स्थित लोकतंत्र के मंदिर को निशाना बनाया।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

विश्वसिंध प्रांतः हिंदू महिला और नाबालिग बेटी का अपहरण, 3 हथियारबंद शख्स ने घर से बाहर निकलते ही जबरन सफेद कार में बैठाया और...

भारतक्यों मार रहा है मुझे...सनातन धर्म की जय हो: पूर्व CJI गवई पर जूता फेंकने वाले वकील राकेश किशोर पर चप्पलों से हमला, VIDEO

भारत'वंदे मातरम' के पहले दो छंदों के इस्तेमाल का फैसला सिर्फ नेहरू का नहीं था, खरगे

भारतवंदे मातरम् के दो टुकड़े न करते तो देश का विभाजन नहीं हुआ होता, गृह मंत्री अमित शाह

भारतMDC 2025 results: कुल 25 सीट, एमएनएफ के खाते में 8, कांग्रेस 7, भाजपा-निर्दलीय 2-2 और सत्तारूढ़ जेडपीएम के पास 6 सीट, लाई स्वायत्त जिला परिषद चुनाव त्रिशंकु

भारत अधिक खबरें

भारतबिहार विधान परिषद चुनाव 2026ः जून में 9 सीट खाली, राजद को लगेगा झटका, केवल 1 सीट मिलने की संभावना?, उपेंद्र कुशवाहा के पुत्र दीपक प्रकाश बनेंगे विधायक?

भारतमुंबई और ठाणे में गठबंधन, सीएम देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का फैसला

भारतMadhya Pradesh: राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी का भाई गांजा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार, कांग्रेस ने सरकार को घेरा

भारतपुडुचेरी की NDA सरकार से सीख ले द्रमुक सरकार?, टीवीके प्रमुख विजय बोले- 2026 तमिलनाडु विधानसभा चुनाव से 100 प्रतिशत सबक मिलेगा

भारतबिहार जीत के शिल्पकार नीतीश कुमार?, NDA सांसदों ने पीएम मोदी को माला पहनाकर बधाई दी, देखिए वीडियो