अहमदनगर में सरकारी अस्पताल में आग लगने से कोविड के 11 मरीजों की मौत

By भाषा | Updated: November 6, 2021 23:35 IST2021-11-06T23:35:07+5:302021-11-06T23:35:07+5:30

11 Kovid patients died due to fire in government hospital in Ahmednagar | अहमदनगर में सरकारी अस्पताल में आग लगने से कोविड के 11 मरीजों की मौत

अहमदनगर में सरकारी अस्पताल में आग लगने से कोविड के 11 मरीजों की मौत

पुणे, छह नवंबर महाराष्ट्र के अहमदनगर में शनिवार को एक सरकारी अस्पताल के आईसीयू में भीषण आग लगने से 11 कोविड मरीजों की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में पूर्वाह्न करीब 11 बजे आग लगी, जहां कोविड-19 के 17 मरीजों का इलाज चल रहा था। उनमें से कई वरिष्ठ नागरिक थे और कुछ वेंटिलेटर या ऑक्सीजन पर थे।

पुणे से अहमदनगर करीब 120 किलोमीटर दूर है।

अहमदनगर के जिला पुलिस अधीक्षक मनोज पाटिल ने बताया कि देर शाम भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (ए) के तहत अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ लापरवाही से मौत का मामला दर्ज किया गया।

इस संबंध में अहमदनगर नगर निगम के अग्निशमन विभाग के प्रमुख शंकर मिसाल ने बताया कि अपराह्न करीब 1.30 बजे आग पर काबू पा लिया गया तथा इस हादसे का कारण ‘शॉर्ट सर्किट’ हो सकता है।

मरीजों के रिश्तेदारों ने बताया कि अस्पताल कर्मियों ने उन्हें वार्ड से बाहर जाने को कहा क्योंकि उन्हें वहां की सफाई करनी थी। उनमें से ज्यादातर वार्ड से धुआं निकलते देख वापस लौटे और मरीजों को निकालने का प्रयास करने लगे।

अन्य जगहों पर कोविड अस्पतालों में आग लगने की घटनाओं के बाद फायर ऑडिट के आदेश दिए गए थे।

अहमदनगर के जिलाधिकारी राजेंद्र भोसले ने कहा कि इस अस्पताल में भी ऐसा ऑडिट कराया गया था, लेकिन मिसाल ने कहा कि फायर ऑडिट के बाद धन की कमी की वजह से जरूरी सुरक्षा प्रणाली लगाने का काम अधूरा रह गया।

आग से झुलसे मरीजों को एक नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनमें से 10 को मृत घोषित कर दिया गया और एक मरीज की बाद में मृत्यु हो गयी।

अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि 15 रोगी वेंटिलेटर या ऑक्सीजन पर थे। अधिकारी ने कहा, ‘‘उन्हें बचाना प्राथमिकता था, लेकिन उनकी जटिल हालत की वजह से ऑक्सीजन सपोर्ट हटाना और बाहर निकालना मुश्किल फैसला था।’’

अधिकारी के अनुसार, ‘‘विचार-विमर्श के बाद हमने उन्हें किसी भी तरह बाहर लाने का फैसला किया और बाद में ऑक्सीजन या अन्य प्रणालियों पर वापस रखने का निर्णय लिया।’’ मृतकों में 65 से 83 साल की आयु के बीच के लोग अधिक थे।

जिलाधिकारी ने कहा कि मिसाल की अध्यक्षता में एक समिति इस बात की जांच करेगी कि घटना क्यों हुई।

मिसाल के अनुसार हाल में फायर ऑडिट के बाद अस्पताल से पाइपलाइन और स्प्रिंकलर समेत प्रभावी अग्निशामक प्रणाली लगाने को कहा गया था। उन्होंने कहा कि धन की कमी की वजह से काम अधूरा रह गया। हालांकि, अस्पताल में अग्निशामक यंत्र थे।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस घटना पर दुख जताया है। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने एक बयान में कहा कि उन्होंने जिला प्रभारी मंत्री हसन मुशरिफ और मुख्य सचिव सीताराम कुंटे से बातचीत की और उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा कि अस्पताल में भर्ती अन्य मरीजों को बिना किसी परेशानी के उचित इलाज मिले। बयान के अनुसार, ‘‘मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलाधिकारी द्वारा व्यापक जांच की जाएगी।’’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे में लोगों की मौत पर दुख जताया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘‘महाराष्ट्र के अहमदनगर के एक अस्पताल में आग लगने से हुई मौतों से दुखी हूं। पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा, ‘‘मेरी संवदेनाएं इस घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों के साथ हैं। मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं से राहत कार्य में मदद करने की अपील करता हूं।’’

भारतीय जनता पार्टी के नेता देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना को ‘‘चौंकाने वाला और परेशान करने वाला’’ बताया। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘मेरी संवेदनाएं नगर राजकीय अस्पताल में आग की घटना में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।’’

उन्होंने घटना की ‘‘व्यापक जांच’’ और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

महाराष्ट्र के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने घटना की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग का निरीक्षण दल अस्पताल पहुंचा और वह पुलिस पंचनामा के बाद जांच शुरू करेगा।

महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट अस्पताल पहुंचे। उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि मारे गए लोगों के परिजनों को पांच लाख रूपये की अनुग्रह राशि के अतिरिक्त दो लाख रुपये का मुआवजा भी दिया जाएगा।

केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती पवार भी अस्पताल पहुंचीं।

महाराष्ट्र के पालघर जिले के एक निजी अस्पताल के आईसीयू में इस साल अप्रैल महीने में आग लगने से 15 कोविड मरीजों की मौत हो गई थी। मार्च में भांडुप के ड्रीम्स मॉल में स्थित कोविड अस्पताल में आग लगने से नौ मरीजों की मौत हो गई थी।

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