101 वर्षीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व पूर्व सांसद लक्ष्मीनारायण नायक नहीं रहे, कांग्रेस के रामसहाय को हराया था
By भाषा | Updated: November 30, 2019 19:53 IST2019-11-30T19:53:20+5:302019-11-30T19:53:20+5:30
परिवार के सूत्रों ने बताया कि उनके परिवार में दो बहु और नाती पोते हैं जबकि उनके दोनों बेटों और पत्नी का पहले ही निधन हो चुका है। नायक ने वर्ष 1977 से 1980 तक खजुराहो लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया है।

नायक वर्ष 1957 में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर निवाड़ी विधानसभा सीट से विधायक भी चुने गये थे।
मध्य प्रदेश में बुन्देलखंड इलाके के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व पूर्व सांसद लक्ष्मीनारायण नायक का शनिवार को निवाड़ी में निधन हो गया। वह 101 वर्ष के थे।
परिवार के सूत्रों ने बताया कि उनके परिवार में दो बहु और नाती पोते हैं जबकि उनके दोनों बेटों और पत्नी का पहले ही निधन हो चुका है। नायक ने वर्ष 1977 से 1980 तक खजुराहो लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया है।
उन्होंने भारतीय लोकदल के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा और कांग्रेस के रामसहाय से यह लोकसभा सीट छीनी थी। नायक ने लोकसभा में ललितपुर, सिंगरौली रेलवे लाईन शुरू करने का प्रस्ताव दिया था। उन्हीं के प्रयासों से आज यह रेल परियोजना साकार रूप ले रही है।
नायक ने स्वतंत्रता सेनानियों के एक संगठन ‘‘ओरछा सेवा संघ’’ के नेतृत्व में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ आजादी के लिये चलाये गये तमाम आंदोलनों में हिस्सा लिया और कई बार उन्हें जेल जाना पड़ा और अंग्रेजी शासन की यातनायें भी झेलनी पड़ी।
नायक वर्ष 1957 में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर निवाड़ी विधानसभा सीट से विधायक भी चुने गये थे। शनिवार शाम को निवाड़ी के स्थानीय मुक्तिधाम में उनका पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।