न्यूयॉर्क: भारत की डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'राइटिंग विद फायर' (Writing With Fire) ऑस्कर पुरस्कार (Oscars 2022) जीतने से चूक गई है। इस फिल्म को दिल्ली की फिल्ममेकर रिंटू थॉमस और सुष्मित घोष ने बनाया है और इसे इस साल के ऑस्कर अवार्ड के लिए सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री फीचर कैटेगरी में नामित किया गया था। हालांकि इस वर्ग यानी बेस्ट डॉक्यूमेंट्री फीचर कैटेगरी में 'Summer of Soul' ने अवॉर्ड अपने नाम कर लिया है।
समर ऑफ सोल (Summer of Soul) और राइटिंग विद फायर के अलावा इस श्रेणी में अन्य तीन फिल्में असेंशन (Ascension), एटिका (Attica) और फ्ली (Flee) भी नामित किए गए थे। 'राइटिंग विद फायर' इस श्रेणी में ऑस्कर के लिए नामांकन हासिल करने वाली ऐसी पहली भारतीय फिल्म है जिसका पूरी तरह से निर्माण भारतीय प्रोडक्शन ने किया है।
'राइटिंग विद फायर' में ‘खबर लहरिया’ के उत्थान की कहानी बयान की गई है, जो दलित महिलाओं द्वारा निकाला जा रहा भारत का एकमात्र अखबार है। इस डॉक्यूमेंट्री में दलित महिलाओं के एक समूह की कहानी दिखाई गई है, जिन्होंने अपनी मुख्य संवाददाता मीरा के नेतृत्व में अखबार को प्रासंगिक रखने के उद्देश्य से उसे प्रिंट से डिजिटल माध्यम में लाया।
पांच साल में शूट की गई 'राइटिंग विद फायर' को दुनिया भर के कछ फिल्म फेस्टिवल में खूब सराहा गया है। इस फिल्म ने 'सनडांस फिल्म फेस्टिवल' में 'विशेष जूरी अवार्ड' (Special Jury Award) और ऑडियंस अवार्ड जीते हैं। इससे पहले भारत में दो फिल्में- स्माइल पिंकी (Smile Pinki) और पीरियड. एंड ऑफ सेंटेंस (Period. End Of Sentence) ने बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट ( Best Documentary Short) कैटेगरी में ऑस्कर जीता था।