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World Diabetes Day पर इस जगह फ्री में होगा डायबिटीज का फ्री मेडिकल चेकअप

By उस्मान | Updated: November 13, 2019 13:33 IST

डायबिटीज़ भारत में प्रमुख गैर संचारी रोगों में से एक है जिससे हर साल करीब 5 लाख लोगों की मौत हो जाती है।

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डायबिटीज एक गंभीर बीमारी से है जो तेजी से विकराल रूप लेती जा रही है। इस लाइलाज बीमारी को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल 14 नवंबर को विश्व मधुमेह दिवस मनाया जाता है। इस साल यानी 2019 में इसकी थीम 'फैमिली एंड डायबिटीज' है। पिछले दो दशकों में भारत में डायबिटीज होने की घटनाओं में खतरनाक बढ़ोतरी देखी गई है।

इस अवसर पर मैक्सविज़न सुपर स्पेशलिटी आई हॉस्पिटल ने 'वर्ल्ड डायबिटीज डे' पर हैदराबाद, विजयवाड़ा और विशाखापट्टनम स्थित अपने सभी अस्पतालों में डायबिटीज के मरीजों के लिए फ्री रेटिना चेकअप की घोषणा की है। डायबिटीज के मरीजों को आंखों से जुड़ीं समस्याओं का सबसे ज्यादा खतरा होता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, हर 7 में से डायबिटीज का एक मरीज डायबिटिक रेटिनोपैथी से पीड़ित है।

डायबिटिक रेटिनोपैथी एक ऐसी बीमारी है, जिसमें पीड़ित व्यक्ति की रेटिना (आंख का पर्दा जहां तस्वीर बनती है) को प्रभावित करती है। ये रेटिना को रक्त पहुंचाने वाली महीन नलिकाओं के क्षतिग्रस्त होने के कारण होता है।इधर कोलकाता स्थित एएमआरआई ने भी इस मौके पर मात्र 999 रुपये में डायबिटीज चेक-अप पैकेज की घोषणा की है। इस पैकेज में ब्लड शुगर, क्रिएटिनिन, एचबीए 1 सी, कोलेस्ट्रॉल, यूरिन एसीआर, हीमोग्लोबिन और डायबिटीज के लिए सलाह शामिल हैं। सेवाओं का लाभ उठाने के लिए, कोई भी अपॉइंटमेंट बुक कर सकता है। यह 30 नवंबर तक उपलब्ध है।

इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन की साल 2017 की एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनियाभर में डायबिटीज के मरीजों की संख्या 425 मिलियन पहुंच गई है और साल 2045 तक यह आंकड़ा 629 मिलियन तक पहुंच सकता है।  

भारत को डायबटीज की राजधानी कहा जाता है और एक्सपर्ट्स के मानना है कि भारत में जिस तेजी से डायबिटीज के मरीजों की संख्या बढ़ रही है, उससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि ये संख्या साल 2025 तक दोगुना यानि करीब 13.4 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है। डायबिटीज़ भारत में प्रमुख गैर संचारी रोगों में से एक है जिससे हर साल करीब 5 लाख लोगों की मौत हो जाती है।

 

डायबिटीज के लक्षण

1) बार-बार पेशाब आना

डायबिटीज होने पर बार-बार पेशाब आने लगता है। जब शरीर में ज्यादा मात्रा में शुगर जमा हो जाता है तो यह पेशाब के रास्ते से बाहर निकलता है, जिसके कारण डायबिटीज के रोगी को बार-बार पेशाब आना शुरू हो जाता है।

2) ज्यादा प्यास लगना

डायबिटीज के रोगी को ज्यादा प्यास लगती है। इसका कारण यह है कि पेशाब के रास्ते से शरीर का पानी और शुगर बाहर निकल जाता है जिसके कारण हमेशा प्यास लगने जैसी स्थिति बनी रहती है।

3) थकान महसूस होना

डायबिटीज होने पर आपको पूरे दिन थकान महसूस होने लगती है। हर रोज भरपूर नींद लेने के बाद भी सुबह उठते ही आपको ऐसा लगेगा कि आपकी नींद पूरी नहीं हुई है। इससे यह पता चलता है की खून में शुगर का लेवल लगातार बढ़ रहा है। 

4) धुंधला दिखना

डायबिटीज की शुरूआत में आंखों पर काफी प्रभाव पड़ता है। मरीज की आंखों की रोशनी कम होने लगती है और धुंधला दिखाई देने लगता है। किसी भी वस्तु को देखने के लिए उसे आंखों पर जोर डालना पड़ता है। 

5) तेजी से वजन कम होना

डायबिटीज रोग की शुरूआत में मरीज का अचानक वजन तेजी से कम होने लगता है। सामान्य दिनों की अपेक्षा आदमी का वजन एकाएक कम होने लगता है। 

6) ज्यादा भूख लगना

डायबिटीज के मरीज का वजन तो कम होता है लेकिन भूख भी बढ़ने लगती है। अन्य दिनों की अपेक्षा आदमी की भूख कई गुना बढ़ जाती है। बार-बार खाना खाने की इच्छा होती है।

7) घाव भरने में देरी

डायबिटीज के मरीज को अगर शरीर में चोट या कहीं घाव लग जाए और यह जल्दी ना भरे, चाहे कोई छोटी सी खरोंच क्यों ना हो, वह धीरे-धीरे बडे़ घाव में बदल जाएगी और उसमें इन्फेक्शन के लक्षण साफ-साफ दिखाई देने लगेंगे। 

8) तबीयत खराब रहना

डायबिटीज मरीज के शरीर में किसी भी तरह का इन्फेक्शन जल्दी से ठीक नही होता है। अगर आपको वायरल, खांसी, जुकाम या कोई भी बैक्टीरियल इंफेक्शन हो जाए तो आपको राहत नहीं मिलेगी। 

टॅग्स :डायबिटीजडायबिटीज डाइटमेडिकल ट्रीटमेंट
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