विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day) हर साल 4 फरवरी को दुनियाभर में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। दुनिया में हो रही मौतों का दूसरा सबसे बड़ा कारण कैंसर है। इसका मतलब यह हुआ कि हर 6 मौतों में एक मौत का कारण कैंसर है।
वर्ल्ड कैंसर डे की थीम (World Cancer Day theme)
इस साल यानी 2019 में विश्व कैंसर दिवस की थीम 'मैं और मैं कर सकता हूं' (I Am and I Will) है। इसका मतलब यह है कि कोई भी व्यक्ति अपने इरादे को पक्का करके कैंसर को खत्म करने में सहायता कर सकता है।
कैंसर के प्रकार (Types of cancer)
कैंसर के विभिन्न प्रकार, सर्वाइकल कैंसर, ब्लैडर कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, ब्रेन ट्यूमर, एसोफैगल कैंसर, पैंक्रियाटिक कैंसर, बोन कैंसर ब्लड कैंसर आदि हैं।
भारत में कैंसर की स्थिति (Cancer in India)
1) देश में सिर्फ 12.5 फीसदी लोग ही कैंसर को जल्दी पहचान कर इलाज शुरु करवा पाते हैं। वर्ष 2016 में अब तक कैंसर से मरने वाले मरीजों की कुल संख्या 736,000 हो चुकी है।
2) मुंह और फेफड़े का कैंसर भारतीय पुरुषों में सबसे ज्यादा पाया जाता है। जबकि महिलाओं में योनी और स्तन का कैंसर ज्यादा पाया जाता है। 3) भारत में हर साल ग्रीवा कैंसर के लगभग 1,22,000 नए मामले सामने आते हैं, जिसमें लगभग 67,500 महिलाएं होती हैं। कैंसर से संबंधित कुल मौतों का 11.1 फीसदी कारण सर्वाइकल कैंसर ही है।
4) पॉपुलेशन बेस्ड कैंसर रजिस्ट्री (पीबीसीआर) के अनुसार, भारत में एक साल में करीब 1,44,000 नए स्तन कैंसर के रोगी सामने आ रहे हैं।
आप खुद को कैंसर से कैसे बचा सकते हैं (How people can help themselves)
1) स्वस्थ जीवन शैली चुनें, जिसमें तंबाकू से बचना, शारीरिक गतिविधियां करना, स्वस्थ आहार खाना, शराब से बचना, धूप में बैठना शामिल हैं।
2) कैंसर के के कारण और लक्षणों के बारे में जानिए। शुरुआती लक्षणों का पता लगाकर कैंसर का सही समय पर इलाज कराना आसान हो जाता है।
3) कैंसर के लिए काम कर रहे संगठनों से जुडें और उनकी बातों पर अमल करें।
4) कैंसर या कैंसर के इलाज के बाद सामान्य उपचार, दिनचर्या, स्थिरता, सामाजिक संपर्क में बने रहें। रोजाना की दैनिक गतिविधियों में शामिल रहें।
आप दूसरों को कैंसर से कैसे बचा सकते हैं (How people can help others)
1) कैंसर के रोगियों और जिनका उपचार हो गया है ऐसे लोगों से साकारात्मक व्यवहार रखें।
2) कैंसर से होने वाली मौतों को कम करने के लिए पर्याप्त संसाधनों के लिए सरकारी नेताओं से आह्वान करें।
3) खुद को शिक्षित करें और दोसरे लोगों को भी शिक्षित करें - जिसमें धूम्रपान, खराब आहार और शारीरिक गतिविधि की कमी - और कैंसर का जोखिम शामिल है।
4) ऐसी अफवाहें और मिथक जो कुछ समुदायों में कैंसर से पीड़ित लोगों के लिए कलंक और भेदभाव का कारण बनती हैं, उनसे लोगों को बचाएं।