कोरोना वायरस का प्रकोप अभी खत्म नहीं हुआ है। एक्सपर्ट्स अभी तीसरी लहर की भी आशंका जाता रहे हैं। यह वायरस सीधे रूप से फेफड़ों को प्रभावित कर रहा है। ऐसे में फेफड़ों को स्वस्थ, साफ और मजबूत बनाए रखना बहुत जरूरी है।
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि वायरस का पहला हमला आपके गले के आसपास की कोशिकाओं पर होता है। इसके बाद वायरस मरीज के सांस की नली और फेफड़ों पर हमला करता है। यहां यह एक तरह से कोरोना वायरस की संख्या बढ़ाता है।
यह वायरस फेफड़ों पर दो तरह से हमला करता है। पहला, फेफड़े में सूजन से निमोनिया हो जाता है। दूसरा, खून को फेफड़ों में जमा देता है और नाक के द्वारा ली गई ऑक्सीजन को खून में नहीं जाने देता।
खांसी-जुकाम भी वायरल इंफेक्शन होता है, जो गले, नाक, मुंह तक ही सीमित रहता है। इसमें सांस लेने में तकलीफ नहीं होती।
शरीर में दो फेफड़े होते हैं, अगर एक में निमोनिया हो जाए तो दूसरा काम करता रहेगा और सांस लेने में दिक्कत नहीं होगी। अगर सांस लेने में दिक्कत हो रही है तो एक बात साफ है कि संक्रमण बहुत अधिक है।
यह कोविड-19 का संक्रमण हो सकता है। ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। हालांकि कुछ उपाय अपनाकर आप अपने फेफड़ों को मजबूत कर सकते हैं। चलिए जानते हैं कैसे-
प्राणायामसांस लेने की यह योगिक तकनीक फेफड़ों के लिए बेहद फायदेमंद है, फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाती है। मन का शांत होना बहुत जरूरी है क्योंकि जब आप तनावग्रस्त या चिंतित होते हैं, तो श्वास प्रभावित होता है और श्वसन दर बढ़ जाती है। इससे फेफड़ों पर दबाव पड़ता है। तो प्राणायाम निश्चित रूप से आराम और शांत रहने में मदद कर सकता है।
इंफ्लेमेटरी फूड खाने से बचेंआयुर्वेद में कुछ चीजों के बहुत कम सेवन की सलाह दी गई है। शरीर में बलगम बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों से बचा जाना चाहिए और ऐसे खाद्य पदार्थ जो तनाव को कम करने में मदद करते हैं का ज्यादा सेवन किया जाना चाहिए। भारत में आंवला जैसे विभिन्न प्रकार के प्राकृतिक और प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट हैं, जो फेफड़ों को स्वस्थ रखने में मदद करेंगे।
लहसुनलहसुन को अपनी डाइट में नियमित शामिल करें और प्रतिदिन सुबह खाली पेट लहसुन की एक कली पानी के साथ खाएं। इस में पाए जाने वाला एलीसिन तत्व इंफेक्शन से लड़ने रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और फेफड़ों को स्वस्थ व मजबूत रखने में बहुत मददगार होता है।
सप्लीमेंट्ससप्लीमेंट्स स्वस्थ जीवन के लिए जरूरी हैं और इनका सेवन खाने के साथ-साथ किया जाना चाहिए। सप्लीमेंट के साथ आप अपने फेफड़ों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकते हैं। इनमें एन-एसिटाइल सिस्टीन होता है, जो कोविड-19 से उबरने वाले लोगों को फेफड़ों की रिकवरी में मदद करने के लिए कारगर है।
तुलसी के पत्तेआयुर्वेद के अनुसार, जो लोग प्रतिदिन तुलसी की पत्तियों का सेवन करते हैं वे हमेशा स्वस्थ रहते हैं। उनकी रोगों से लड़ने की शक्ति बाकी लोगों के मुकाबले ज्यादा होती है। तुलसी के सूखे पत्ते थोड़ा सा कथा, कपूर और इलायची को बराबर मात्रा में लेकर पीस लें। इसमें 7 गुना चीनी मिलाएं और चुटकी भर मात्रा का दिन में दो बार सेवन करें। इससे फेफड़ों में जमा कफ आसानी से निकल जाता है और फेफड़ों को मजबूती मिलती है।
प्रदूषित स्थानों से बचेंलॉकडाउन खुलने के बाद भारत के कई शहरों और क्षेत्रों में प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है। देश में प्रदूषण से बचना लगभग असंभव है। प्रदूषित स्थानों से जितना दूर रहा जाए। फेफड़ों के लिए उतना अच्छा है।
अंगूरअंगूर एक ऐसा फल है जो विटामिन सी सहित कई पोषक तत्वों का भंडार है। जिन लोगों को अस्थमा की समस्या है उनके लिए अंगूर का सेवन करना काफी फायदेमंद होता है। लेकिन यदि आपको डायबिटीज की समस्या है तो अंगूर का सेवन ना करें।