हफ्ते में सिर्फ दो दिन ऐसे करें अपने मोबाइल का इस्तेमाल, माइग्रेन की समस्या से मिलेगा छुटकारा

By उस्मान | Updated: June 4, 2019 17:55 IST2019-06-04T17:55:00+5:302019-06-04T17:55:00+5:30

माइग्रेन एक गंभीर समस्या है। यह समस्या काम के ज्यादा प्रेशर, नींद पूरी नहीं होने और तनाव की वजह से होती है। जिन लोगों को माइग्रेन की समस्या होती है, उन्हें तेज सिरदर्द होता है। यह सिरदर्द आधे सिर में होता है। यह बार-बार उठने वाला दर्द है, जो कभी-कभी कम और कई बार असहनीय हो जाता है।

Smartphone relaxation app helps some manage migraine, causes, symptoms, home remedies and foods for migraine | हफ्ते में सिर्फ दो दिन ऐसे करें अपने मोबाइल का इस्तेमाल, माइग्रेन की समस्या से मिलेगा छुटकारा

हफ्ते में सिर्फ दो दिन ऐसे करें अपने मोबाइल का इस्तेमाल, माइग्रेन की समस्या से मिलेगा छुटकारा

माइग्रेन एक गंभीर समस्या है। यह समस्या काम के ज्यादा प्रेशर, नींद पूरी नहीं होने और तनाव की वजह से होती है। जिन लोगों को माइग्रेन की समस्या होती है, उन्हें तेज सिरदर्द होता है। यह सिरदर्द आधे सिर में होता है। यह बार-बार उठने वाला दर्द है, जो कभी-कभी कम और कई बार असहनीय हो जाता है। माइग्रेन होने पर तनाव, बेचैनी और थकान होती है। अनुसंधानकर्ताओं ने स्मार्टफोन आधारित एक एप विकसित किया है जो माइग्रेन से पीड़ित लोगों के सिरदर्द को घटाने में मदद कर सकता है।

अमेरिका के न्यूयार्क चिकित्सा स्कूल विश्वविद्यालय (एनवाईयू) माइग्रेन से पीड़ित जिन लोगों ने एक सप्ताह में कम से कम दो बार इस तकनीक का इस्तेमाल किया उन्हें हर महीने औसतन कम से कम चार दिन सिरदर्द से आराम मिला। ‘रिलैक्स ए हेड’ नाम का एप मरीजों को मांसपेशियों में निरंतर आराम (पीएमआर) का तरीका बताता है। व्यवहार संबंधी थैरेपी के रूप में, मरीजों की अलग अलग मांसपेशियों में आराम मिलता है जिससे तनाव कम होता है।

‘नेचर डिजिटल मेडिसिन’ पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन ऐसा पहला अध्ययन है जिसमें माइग्रेन के इलाज के लिए एक एप के स्वास्थ्य संबंधी असर का मूल्यांकन किया गया है। एनयूवाई में सहायक प्रोफेसर मिआ मिनेन ने कहा, ‘‘हमारा अध्ययन साबित करता है कि अगर मरीजों के पास व्यवहार संबंधी थैरेपी आसानी से उपलब्ध हो तो वे इसका इस्तेमाल कर सकते हैं, वे अपने हिसाब से इसका इस्तेमाल कर सकते हैं और यह सस्ता है।’’ 

रिबोफ्लेविन भी है माइग्रेन से बचाने में सहायक 

शोधकर्ताओं के अनुसार, रिबोफ्लेविन या विटामिन बी2 से भरपूर चीजें खाने से आपको माइग्रेन के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है। यह शरीर के अन्य बी-विटामिन्स के अवशोषण में भी मदद करता है। ये खाने से बॉडी को एनर्जी देने में भी मदद करता है। इसके अलावा ये सेल्स को खराब होने से बचाने में मददगार साबित है। महिलाओं को रोजाना अपनी डाइट में करीब 1.1 मिलीग्राम जबकि पुरुषों को 1.2 मिलीग्राम रिबोफ्लेविन शामिल करना चाहिए। इसके लिए आप अपनी डाइट में इन चीजों को शामिल करना चाहिए।  

जानिए किन चीजों में कितना रिबोफ्लेविन पाया जाता है

3 औंस कलेजी में 2.9 मिलीग्राम  
200 ग्राम दूध में 0.45 मिलीग्राम  
200 ग्राम दही में 0.57 मिलीग्राम  
3 औंस सैलमन फिश में 0.135 मिलीग्राम

100 ग्राम मशरूम में 0.23 मिलीग्राम  
100 ग्राम पालक में 0.21 मिलीग्राम  
एक औंस बादाम में 0.323 मिलीग्राम  
200 ग्राम सन-ड्राइड टमाटर में 0.285 मिलीग्राम  
एक बड़े अंडे में 0.228 मिलीग्राम  

Web Title: Smartphone relaxation app helps some manage migraine, causes, symptoms, home remedies and foods for migraine

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