दुनिया का सबसे बेस्ट टॉयलेट पेपर (world best toilet paper) ही क्यों न हो लेकिन आपको उससे भी खतरा हो सकता है। इसका कारण यह है कि टॉयलेट पेपर में ऐसे खतरनाक केमिकल्स मिले होते हैं, जो प्राइवेट पार्ट्स को नुकसान पहुंचा सकते हैं। यही वजह है कि एक्सपर्ट हमेशा बेस्ट क्वालिटी वाला और उसे पानी के साथ इस्तेमाल की सलाह देते हैं।
भारतीय लोग वैसे तो टॉयलेट पेपर की बजाय पानी का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं लेकिन पिछले कुछ सालों में टॉयलेट पेपर का इस्तेमाल बढ़ा है, खासकर बड़े शहरों में। हालांकि दुनिया के बाकी विकसित देशों में लोग सिर्फ टॉयलेट पेपर का ही इस्तेमाल करते हैं। आपको बता दें कि जननांग को साफ करने के लिए सिर्फ टॉयलेट पेपर यूज करने से उस हिस्से में इन्फेक्शन का खतरा हो सकता है।
बवासीर के पीड़ितों को हो सकती है आफतकई रिसर्च इस बात का खुलासा कर चुकी हैं कि टॉयलेट पेपर में प्रिज़र्वटिव और परफ्यूम मिलाये जाते हैं और इनमें केमिकल्स की मात्रा अधिक होती है। सिर्फ टॉयलेट पेपर का इस्तेमाल करने से जिन लोगों को बवासीर या फिशर की शिकायत होती है उन्हें पेपर को रगड़ने से दिक्कत हो सकती है। इसलिए ऐसे लोगों को इसके इस्तेमाल से बचना चाहिए।
एनल में खुजली क्या आप जानते हैं टॉयलेट पेपर और वेट वाइप्स के अधिक इस्तेमाल से एनल में खुजली हो सकती है? कुछ मामलों में, इससे आपके प्राइवेट पार्ट्स में रेडनेस और एलर्जी भी हो सकती है क्योंकि इन उत्पादों में प्रिज़र्वटिव और परफ्यूम मिलाई जाती है। इसके बजाय ऐसे उत्पाद यूज करें जो सुगंधित ना हों और जिनमें नमी ना हो। इसके अलावा प्राइवेट पार्ट्स को इससे जोर-जोर से रगडें।
बिगड़ सकता है वैजाइना का पीएच संतुलनएक्सपर्ट के अनुसार, अगर आपको लगता है कि आपके टॉयलेट पेपर की स्मेल आपके बाथरूम को महकाती है या आपको अच्छी लगती है, तो आपको स्मेल से ज्यादा अपने प्राइवेट पार्ट की चिंता करनी चाहिए। इन उत्पादों में मौजूद रसायन योनि क्षेत्र में पीएच संतुलन को बदल सकते हैं। आपको बता दें कि योनि क्षेत्र के हिस्से में पीएच में कोई भी परिवर्तन इस क्षेत्र में बैक्टीरिया और यीस्ट इन्फेक्शन को जन्म दे सकता है।
योनि में संक्रमण पेशाब के बाद योनि को साफ करने के लिए टॉयलेट पेपर का इस्तेमाल करने से योनि में खुजली (vulvar irritation) हो सकती है। ऐसा फार्मल्डिहाइड (Formaldehyde) कार्बनिक यौगिक से हो सकता है, जो टॉयलेट पेपर में मौजूद होता है, जिससे जलन हो सकती है। इसके अलावा इससे कैंसर का भी खतरा होता है।