इसमें कोई शक नहीं है कि सेक्स एक मजेदार क्रिया है लेकिन सेक्स को लेकर सही जानकारी नहीं होने की वजह से आपके लिए मुसीबत भी पैदा हो सकती है। सेक्स संबंध के बावजूद प्रेग्नेंट होने से कैसे बचा जा सकता है? जल्दी प्रेग्नेंट होने के लिए कितनी बार सेक्स करना सही होता है? यह ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब लगभग हर कपल जानना चाहते हैं। अगर आपकी शादी हो गई है और आप जल्दी बच्चा चाहते हैं, तो आपको रात में दो बार सेक्स करना चाहिए। यह बात आपको हैरान कर सकती है लेकिन यह सच है। एक नई रिसर्च में खुलासा हुआ है कि एक रात में दूसरी बार इजैक्युलेशन के दौरान जारी हुए स्पर्म में ज्यादा प्रोटीन होता है और यह स्पर्म की स्पीड को बढ़ा देता है, जिससे इसकी एग को फर्टीलाइज करने की संभावना बढ़ जाती है। यानी कि ऐसी स्थिति में प्रेग्नेंट होने के चांस बढ़ जाते हैं।
तीन घंटे बाद कर सकते है सेक्सजरनल मोलिक्युलर एंड सर्कुलर प्रोटियोमिक्स में प्रकाशित हुए इस रिजल्ट में यह भी पाया गया है कि एक बार सेक्स करने के महज 180 मिनट बाद ही स्पर्म फिर से प्रोड्यूस हो जाते हैं और यह आईवीएफ के सक्सेस रेट को बूस्ट कर सकते हैं। इस स्टडी के लिए रिसर्चर्स ने हॉस्पिटल में 500 कपल्स को टैस्ट किया। यह सभी कपल्स आईवीएफ के लिए प्रिपेयर कर रहे थे। पुरुषों को पहले इजेक्युलेशन के बाद अलग अलग समय पर सेमन सैम्पल्स देने को कहा गया।
एक बार सेक्स करने के बाद दो दिन बाद ही करें सेक्सइसके बाद एम्ब्रेयोज को महिला में इम्प्लांट किया गया, जिसके बाद नतीजा यह सामने आया कि जिस भी केस में पुरुष साथी ने पहले इजेक्युलेशन के कुछ ही घंटों बाद दूसरी बार इजेक्युलेट किया था और इसे महिला में इम्प्लांट किया गया था, उन महिलाओं के प्रेग्नेंट होने की संभावना बढ़ गई। अभी तक बच्चा प्लान करने वाले कपल्स को यह सलाह दी जाती है कि वे एक बार सेक्स करने के बाद अगला सेक्स दो दिन बाद ही करें।
ओव्युलेशन पीरियड में सेक्स करने से फायदारिसर्च में सामने आया है कि कई सालों से पुरुषों को सलाह दी जाती रही है कि वे अपनी सेक्शुअल एक्टिविटी को लिमिटेड करें, ताकि प्रेग्नेंसी के चांस बढ़ सकें, लेकिन अब सोच बदलने की जरूरत है। डेटा यह दर्शाता है कि जिन भी कपल्स का सेमन पैरामीटर नॉर्मल है उन्हें ओव्युलेशन पीरियड में ज्यादा सेक्स करना चाहिए। इससे उन्हें प्रेग्नेंसी हासिल करने में मदद मिल सकती है। हालांकि यह भी कहा गया है कि यह स्टडी छोटे पैमाने पर की गई है और इसमें मिले नतीजों को कंफर्म करने के लिए और रिसर्च की जरूरत हो सकती है।
गर्भनिरोधक का प्रयोग छोड़ देंजब आप प्रेग्नेंसी कंसीव करना चाह रहे हैं तो उससे साल भर पहले गर्भनिरोधकों का प्रयोग न करें। दरअसल कंस्ट्रासेप्टिव का लगातार इस्तेमाल करने से ऑवुलेशन की प्रक्रिया पर गहरा असर पड़ता है और इससे लंबे समय तक कंसीव नहीं हो पाता। आप जब भी मां बनना चाहें तो सबसे पहले गर्भनिरोधकों को ना कहें और हफ्ते में दो से तीन बार प्रणय संबंध बनाएं।
लुब्रिकेंट्स को ना कहेंअगर जल्द बच्चा चाहिए तो संबंध बनाते समय लुब्रिकेंट्स का प्रयोग भूलकर न करें। ये लुब्रिकेंट्स स्पर्म को ओवरी तक नहीं जाने देते और ऐसे में कंसीव करने व गर्भधारण करने की संभावना खत्म हो जाती है। संबंध बनाते समय महिलाओं के शरीर में पर्याप्त लिक्विड बनता है जो स्पर्म को ओवरी तक ले जाने में सहायक है, और इससे गर्भधारण की संभावना भी प्रबल होती है। इसलिए लुब्रिकेंट्स का इस्तेमाल न करना ही दंपत्ति के लिए अच्छा होगा।